दलजीत कौर ने शुरू किया ये काम, देख लोग हुए हैरान

दलजीत ने आगे कहा कि एक दो दिन अपनी सेफ्टी का ध्यान रखा जा सकता है. हर रोज में मुश्किल हो जाता है. फिर मुझे सेटिंग दादा और लाइट मेन्स के कॉल आने लगे नौकरी पाने के लिए.

अब एक एक्टर होकर मैं उनको काम कहां से दे दूं? यह पता नहीं चांस की बात है या फिर बाबाजी का करम की संयोग से मुझे एक दो फाइनेन्सर्स का कॉल आया.

उन्होंने कहा की अगर आप कुछ बनाना चाहो तो बताना हम लोग फाइनेन्स करेंगे. फिर मैंने अपने दो दोस्तों, वर्तिका और शुभम को अपने साथ जोड़ा और हमने सारी फॉर्मैलिटीज को पूरा करके एक प्रोडक्शन हाउस खोला.

फिर मेरे कजिन ने मुझे जुगनी से मिला दिया, करते-करते चीजें बनती गईं. जब आपका दिल एक अच्छे और सही विचार से भारा हो तो रास्ते अपने आप खुल जाते हैं. मेरी टीम भी बन गई, हमने एक गाना और दो-तीन चीजें शूट की हैं. सच कहूं तो जिस तरह से काम हुआ है वह देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए.

आज तक के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर पहला वाला लोकडाउन ने हुआ होता तो यह बेरोजगारी वाली फीलिंग न आई होती. हम जैसे एक्टर्स जिनका घर इसी प्रोफेशन से चलता है, उनके लिए घर पर बैठना बिना काम के बहुत डरावना होता है.

उस समय बहुत डर भी लग रहा था. जेडन (दलजीत का बेटा) के लिए, हर दिन बाहर जाना, सौ लोगों से मिलना जो इस समय खतरे से खाली नहीं है. फिर दिमाग में आया की ऐसा कुछ करते हैं, जहां पर छोटी-छोटी चीजें कर सकें. एक दो-दिन का शूट करें और अपने-अपने घर वापस आ जाएं.

‘गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा’, ‘कयामत की रात’, ‘काला टीका’ और ‘इस प्यार को क्या नाम दूं’ जैसे कई सीरियल्स में अपनी अदाकारी दिखाने के बाद दलजीत कौर प्रोड्यूसर भी बन गई हैं.

दलजीत कौर ने अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला है. प्रोडक्शन हाउस खोलने का आईडिया दलजीत कौर के दिमाग में कैसे आया? उनकी टीम कैसे बानी? इस पर उन्होंने खुलकर बात की है.