फर्रुखाबाद में केंद्रीय राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला की सुरक्षा में तैनात दरोगा की खुदकुशी के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। दारोगा के परिवार वालों ने इसे मर्डर बताया है। परिजनों ने मर्डर का केस दर्ज करने की मांग की है। परिजनों के मुताबिक, कुछ दिन पहले शराब की फैक्ट्री पकड़ी थी। तभी से विभाग उन्हें परेशान कर रहा था।इसके साथ ही परिवार ने कानपुर में तैनाती के दौरान एसपी पर प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है।
मृतक के परिजनों का कहना है कि घर-परिवार में सब कुछ अच्छा चल रहा था व वो ऐसे शख्स थे, जो कभी खुदकुशी कर लें। इसलिए परिवार को तीन गोली मारकर खुदकुशी करने की थ्योरी समझ से परे लग रही है।
आपको बता दें कि मंगलवार (02 अक्टूबर) को दरोगा ने ड्यूटी के दौरान सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी। बताया जा रहा है एक सप्ताह पहले ही दरोगा का कानपुर से फर्रुखाबाद में तबादला हुआ था। घटना उस वक्त हुई थी पुलिस स्कार्ट में दरोगा तार बाबू तरुण की ड्यूटी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला की सुरक्षा लगाई गई थी। पुलिस टीम को राजेपुर के बॉर्डर पर मंत्री को रिसीव करने के लिए भेजा गया था। इस दौरान दरोगा ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि सभी मंत्री के काफिले का इंतजार कर रहे थे। दरोगा कुर्सी पर बैठकर फोन से किसी से बात कर रहे थे, बात करते-करते वह उठे व एक दुकान के पीछे गए, जहां से कुछ देर बाद गोलियां चलने की आवाज आई। भाग कर देखा तो दरोगा खून से लथपथ जमीन पर तड़प रहे थे। उनको तुरंत लोहिया अस्पताल लाए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ऑफिसर मौके पर पहुंचें व मृत शरीर को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।