थोड़ी देर में सरकार और किसानों के बीच हो सकता है ये, अमित शाह ने किया…

किसानों के साथ विज्ञान भवन में वार्ता से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके घर पर मिलने पहुंचे हैं। खबरों के मुताबिक, बातचीत से पहले सरकार की ओर से रणनीति बनाई जा रही है।

किसान_के_लिए_बोले_भारत कैंपेन के तहत यूपी के कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, “बीजेपी की सरकार काले कानून जबरन थोप कर किसानों को पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहती है। मोदी सरकार को यह काले बिल वापस लेने ही होंगे।”

किसानों और सरकार के बीच आज होने वाली वार्ता से पहले केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, “पहले की वार्ता में किसान यूनियन के नेताओं का विषय था कि हम इसमें सुधार चाहते हैं।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं। गाजीपुर बॉर्डर प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने कहा कि आज की बैठक में हम उम्मीद करते हैं कि आज शायद फैसला आ जाए, लेकिन अगर फैसला नहीं आया तो जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हमारा आंदोलन बढ़ता रहेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।”

सरकार सुधार के लिए तैयार है। मुझे विश्वास है कि आज वे इस बात को समझेंगे। किसान यूनियन के नेता सोचकर आएंगे कि समाधान करना है तो समाधान अवश्य होगा।”

अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा, “मंत्री ने कल स्पष्ट रूप से घोषित किया कि कृषि कानूनों को निरस्त करना स्वीकार नहीं है। मुझे नहीं पता कि आज चर्चा के दौरान क्या होगा। वैसे भी हम अच्छे की उम्मीद करते हैं और बुरे के लिए तैयार हैं।”

किसान और केंद्र सरकार के बीच होने वाली 8वें दौर की वार्ता पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “मुझे पूरी आशा है कि किसान यूनियन के लोग सकारात्मक माहौल में चर्चा करेंगे और संभाव्यता हम लोग समाधान तक पहुंच पाएंगे।”

किसानों के साथ बैठक से पहले बीजेपी सांसद संजीव बलियान ने कहा, “हमें उम्मीद है कि आज बैठक में समाधान निकलेगा और किसान आंदोलन जल्द से जल्द खत्म होगा। मेरी किसानों से अपील है कि तीन कृषि कानूनों को वापस करने की मांग छोड़कर खामियों पर चर्चा करें, अगर कुछ कमियां है तो सरकार उन बिंदुओ पर संशोधन करने के लिए तैयार हैं।”