अभिनेत्री अदिति राव हैदरी अपने एक्टिंग के अतिरिक्त अपनी खूबसूरती व फिटनेस के लिए भी लोकप्रिय हैं. अदिति कहती हैं कि वह अपनी फिटनेस को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर हैं व उससे कभी समझौता नहीं करतीं. अदिति से वार्ता कर उनकी फिटनेस के राज बता रही हैं नीलम कोठारी
आप बॉलीवुड की सबसे फिट अभिनेत्रियों में से हैं. फिटनेस के लिए आप क्या-क्या करती हैं?
मैं नियमित योग करती हूं व खुश रहती हूं. वैसे तो भगवान की मुझ पर कृपा है कि मुझे ऐसा शरीर दिया है, जिसे फिट रखने के लिए मुझे ज्यादा कुछ करना नहीं पड़ता. हां, मैं डांस जरूर करती हूं, क्योंकि डांस करना मेरा शौक है व मुझे इससे खुशी मिलती है. मैं रोज प्रयास करती हूं कि एक घंटा या फिर आधा घंटा पार्क में वॉक कर सकूं. प्रातः काल वॉक करने से सारे दिन ताजगी बनी रहती है. मैं एक ट्रेंड शास्त्रीय नृत्यांगना भी हूं. शायद इससे भी मुझे फिट रहने में मदद मिलती है. डांस मेरी आत्मा से जुड़ा हुआ है, जो मुझे सुकून भी देता है.
तो क्या आप जिम जाकर वर्कआउट नहीं करतीं?
ऐसा नहीं है. एक अभिनेत्री होने के नाते मुझे फिट होने के साथ-साथ टोन्ड भी होना पड़ता है, जिसके लिए जिम जाना पड़ता है, लेकिन मैं रोज-रोज जिम नहीं जाती. सप्ताह में 3 से 4 बार जिम जाती हूं व कुछ देर वर्कआउट करती हूं. मैं घंटों तक वेट लिफ्टिंग नहीं करती व न ही मशीनों पर अपना समय बर्बाद करती हूं.
अपनी डेली डाइट में किन-किन चीजों को शामिल करती हैं?
मेरा कुछ खास डाइट प्लान नहीं है. मुझे जो भी घर पर मिलता है, मैं खा लेती हूं. हां, प्रयास करती हूं कि मसालेदार व तली हुई चीजों से दूर रहूं. ऐसी चीजें शरीर के लिए अच्छी नहीं होतीं व इनसे शरीर को नुकसान होता है. मेरी प्रयास होती है कि मुझे खाने से जो भी कैलरी मिल रही है, उन सभी का प्रयोग हो जाए. जूस पीती हूं, ताकि शरीर में ताजगी बनी रहे. नाश्ते में ओटमील, अंडे व दूध लेती हूं. चाहे कुछ भी हो, पर मैं प्रातः काल के समय हमेशा पौष्टिक नाश्ता लेती हूं. कहते हैं न कि प्रातः काल अच्छी आरंभ करने से पूरा दिन अच्छा जाता है. लंच में चपाती, ब्राउन राइस, दाल व सब्जी लेती हूं. स्नैक्स में नट्स व ग्रीन टी लेती हूं, जबकि डिनर में सूप, राइस व फिश खाती हूं.
इंडस्ट्री में कार्य करने वाले ज्यादातर सितारे तन को तो जिम में फिट कर लेते हैं, पर आप मानसिक रूप से फिट रहने के लिए क्या करती हैं?
आज के युवाओं की सबसे बड़ी समस्या है डिप्रेशन यानी तनाव व यहां के लोग इसकी चपेट में अधिक आते हैं. मैं खुद को तनाव से दूर रखने की पूरी प्रयास करती हूं. इसके लिए मैं रोज योग के साथ-साथ डांस करती हूं, ताकि खुद को खुश रख सकूं व मन में जो भी निराशा के भाव हैं, उन्हें दूर कर सकूं. इसके साथ ही मैं कभी-कभी स्पा जाती हूं, मसाज लेती हूं, ताकि मेरा शरीर तनावमुक्त रहे. शरीर को डीटॉक्स रखने की भी हमेशा प्रयास करती हूं.
खुद को खुश रखने का आपका उपाय क्या है?
मैं उन लोगों में से हूं, जो बिना बात के भी खुश रहते हैं व दूसरों को भी खुशी देते हैं. किसी भी खुशी का आनन्द लेने के लिए मैं बड़ी उपलब्धि का इंतजार नहीं करती, बल्कि छोटी-छोटी बातों में खुश होती हूं. अपने परिवार के साथ एक मेज पर खाना खाकर मुझे बहुत खुशी मिलती है, तो मैं प्रयास करती हूं कि सप्ताह में कम से कम एक बार ऐसा कर सकूं. अपने दोस्तों के साथ पार्टी करके या फिर शॉपिंग करके भी मुझे अच्छा लगता है. खुशी कभी भी कहीं भी छोटी-सी बात में भी मिल जाती है. हम उसे बड़ी-बड़ी बातों में तलाशते हैं, इसलिए हम तनाव के शिकार बनते हैं. ऐसा करने से बचना चाहिए. इसलिए मैं छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखती हूं व बाकी सब वक्त पर छोड़ देती हूं. इसलिए हमेशा खुश रहती हूं.