पाकिस्तानी क्रिकेटर अगले सप्ताह से लाहौर में ट्रेनिंग कैंप में भाग लेंगे। लेकिन इस कैंप की खास बात यह है कि इसमें खिलाड़ियों के साथ कोई कोच नहीं होगा। पूर्व कैप्टनमिस्बाह उल हक (Misbah-ul-Haq) को इस ट्रेनिंग कैंप के लिए ‘कैंप कमांडेंट’ बनाया गया है। यह कैंप 17 दिन तक चलेगा। सीजन से पहले यह कैंप आने वाले घरेलू व अंतर्राष्ट्रीयस्तर पर होने वाले टूर्नामेंट की चुनौती की तैयारी के लिए आयोजित किया गया है। पाक का घरेलू सीजन संभवत: 12 सितंबर से कायद-ए-आजम ट्रॉफी से प्रारम्भ होगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के मुताबिक, ट्रेनिंग कैंप के लिए 14 केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी व छह अलावा खिलाड़ी बुलाए गए हैं, जो लाहौर स्थित राष्ट्रीय खेल अकादमी (एनसीए) में 19 अगस्त को पहुंचेगे। दो दिन के फिटनेस टेस्ट के बाद शिविर 22 अगस्त से प्रारम्भ होगा व सात सितंबर तक चलेगा। मिस्बाह इस शिविर का ट्रेनिंग कार्यक्रमबनाएंगे।
पीसीबी ने निर्णय किया है कि वह कोच मिकी आर्थर व सारे कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल नहीं बढ़ाएगी। मीडिया में ऐसी अटकलें हैं कि मिस्बाह उल हक को यह कार्य दिया जा सकता है। मिस्बाह ने 162 वनडे, 75 टेस्ट व 39 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने इनमें से 56 टेस्ट, 87 वनडे व 8 टी20 मैचों में कप्तानी की है।
पीसीबी के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक जकीर खान ने कहा, ‘पाकिस्तान के सबसे पास कैप्टन मिस्बाह उल हक इन दिनों में हर प्रारूप की जरूरतों को समझते हैं। टेस्ट चैंपियनशिप की आरंभ के कारण पीसीबी चाहती है कि पाक दो मैचों की टेस्ट सीरीज में श्रीलंका के सामने अपनी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम के साथ उतरे। ’