ट्रंप से सीधे बात करने का मौका मिले तो वह उन्हें ‘इस्तीफा देने’ के लिए कहेंगे, विदेश मंत्री जॉन केरी

 अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री जॉन केरी ने बोला है कि अगर उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीधे बात करने का मौका मिले तो वह उन्हें ‘इस्तीफा देने’ के लिए कहेंगे ट्रंप को दावोस में विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करना था लेकिन अमेरिकी इतिहास में सरकारी कामकाज की सर्वाधिक लंबी आंशिक बंदी के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं

ट्रंप के पास नहीं है गहन वार्ता की क्षमता नहीं
केरी से विश्व आर्थिक मंच के पैनल के दौरान यह पूछे जाने पर कि अगर उन्हें ट्रंप के साथ बैठने का मौका मिलता तो उनसे क्या कहते, उन्होंने एक शब्द का जवाब दिया, “इस्तीफा ” ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, 2004 में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार केरी ने बोला कि उन्हें नहीं लगता कि ट्रंप के पास गहन वार्ता करने की ‘क्षमता’ है

व्हाइट हाउस ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस ने हालांकि केरी की टिप्पणियों पर रिएक्शन नहीं दी है लेकिन ट्रंप इससे पहले उन्हें  उनके दावोस के प्रति दृष्टिकोण को न समझने के लिए कई बार मीडिया की आलोचना कर चुके हैं

क्या कहता था डोनाल्ड ट्रंप ने
ट्रंप ने बोला था, “पिछली बार जब मैं दावोस गया था तो ‘फेक न्यूज’ ने बोला कि मुझे वहां नहीं जाना चाहिए इस वर्ष बंदी के कारण मैंने वहां नहीं जाने का निर्णय किया तो अब वही कह रहे हैं कि मुझे वहां होना चाहिए हकीकत यह है कि मीडिया जितने अच्छे से लोगों को समझती है उससे कहीं अच्छे से लोग मीडिया को समझते हैं ”

केरी ने पर्यावरण के समक्ष उत्पन्न संकट से निपटने के लिए संसार के राष्ट्रों के बीच हुए पेरिस पर्यावरण करार से अमेरिका को बाहर निकालने के ट्रंप के निर्णय को ‘पागलपन से भरा’ बताया उन्होंने बोला कि इस तरह के गम्भीर मुद्दों पर इस तरह के निर्णय लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं