जैश-ए-मोहम्मद को लेकर हुआ एक और बड़ा खुलासा, इस खास मिशन की तैयारी में था जैश

भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक में शामिल होने के लिए चीन पहुंच चुकी हैं। सुषमा स्वराज ने चीन पहुंचने के बाद चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात की और इस बैठक में उन्होंने चीन के सामने पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा उठाया। सुषमा स्वराज ने कहा कि पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है जो कि पाकिस्तान की धरती से संचालित हो रहा है।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ हुई मुलाकात की और बैठक में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे वक्त में चीन आयी हूं जब भारत में शोक और गुस्से का माहौल है।

उन्होंने कहा कि यह जम्मू-कश्मीर में हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ सबसे भीषण हमला है चीन के विदेश मंत्री के साथ बैठक के दौरान सुषमा स्वराज ने कहा कि यह हमला पाकिस्तान स्थित और समर्थिक संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने किया है। चीनी विदेश मंत्री वॉन्ग यी और रूस के विदेश मंत्री के साथ बैठक में सुषमा स्वराज ने कहा कि अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जंग का समय आ गया है। उन्होंने पीओके के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बारे में भी बताया। सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकी संगठनों को पनाह देने की बात नकारता रहता है। इसी बीच हमें खबर मिली कि जैश ए मोहम्मद भारत में और आतंकी हमले करने की फिराक में है, जिसके बाद भारत सरकार ने उसके खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया।

उन्होंने साप किया कि इस एयर स्ट्राइक में लक्ष्य निर्धारित किया कि आम लोगों को कोई नुकसान ना पहुंचे और इसका पूरा ध्यान रखा गया। बैठक में सुषमा स्वराज ने कहा कि पुलवामा में हमारे सुरक्षाबलों पर आतंकी हमला हुए और हममें 40 जवान मारे गए। उन्होंने कहा कि सभी देश आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए उसके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद जैश के आतंकी ठिकाने पर कार्रवाई करना था।