ऋषभ पंत ने सिडनी में शतक बनाकर उन आलोचकों को चुप करा दिया है, जो यह कर रहे थे कि वे लंबी पारियां नहीं खेल पा रहे हैं। ने ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध में 159 रन की पारी खेली। कप्तान विराट कोहली ने जब 7 विकेट पर 622 रन की पारी घोषित की, तब पंत क्रीज पर नाबाद थे। पंत की इस पारी की सभी ने खूब तारीफ की। ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क ने तो यह तक बोला कि पंत के रूप में हिंदुस्तान को एमएस धोनी व एडम गिलक्रिस्ट जैसा विकेटकीपर बल्लेबाज मिल गया है।
ऋषभ पंत ने टेस्ट करियर 2018 में ही प्रारम्भ किया है। उन्होंने अब तक नौ टेस्ट मैच खेले हैं। वे इन मैचों में 49.71 की औसत से 696 रन बना चुके हैं। इस युवा विकेटकीपर ने अब तक दो शतक व दो अर्धशतक लगाए हैं। सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद सुनील गावस्कर, माइकल क्लार्क व मुरली कार्तिक ने पंत की खुलकर तारीफ की। ऋषभ पंत ने के पहले टेस्ट में 25 व 28, दूसरे टेस्ट में 36 व 30 और तीसरे टेस्ट में 39 व 33 रन की पारियां खेली थीं।
पंत की बैटिंग में दिखती है रनों के प्रति भूख
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने ‘सोनी सिक्स’ चैनल पर मैच कहा, ‘भारत को धोनी की तरह ऐसा विकेटकीपर मिल गया है, जिसकी पहली प्राथमिकता विकेटकीपर है, लेकिन वह बैटिंग पर भी ध्यान देता है। ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट भी ऐसे खिलाड़ी थे। ’ क्लार्क ने बोला कि पंत की रनों के प्रति भूख, दृढ़निश्चय देखकर बोला जा सकता है कि वे टेस्ट मैचों में व कई शतक लगाने वाले हैं। ’
जुबान से टीम को योगदान दे रहे हैं पंत: गावस्कर
माइकल क्लार्क ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए बोला कि पंत ऐसे खिलाड़ी हैं, जो बैट व ग्लव्स दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके इतना कहते ही सुनील गावस्कर ने तुरंत बोला ववे जुबान से भी अच्छा कर रहे हैं। गावस्कर का संकेत ऋषभ पंत व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों के बीच हुई नोकझोंक की ओर था। पंत मौजूदा सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को अपनी छोटी-छोटी टिप्पणियों से परेशान करते रहे हैं। तीसरे टेस्ट में तो उन्होंने टिम पेन को ऑस्ट्रेलिया का टेम्पररी कप्तान तक कह दिया था।
पंत गलती से सबक ले रहे हैं: गावस्कर
सुनील गावस्कर ने पंत की तारीफ करते हुए कहा, ‘इस सीरीज से पहले ऋषभ पंत दो बार 90 से ज्यादा रन बनाकर आउट हुए थे। उन्होंने तब शॉट खेलने की प्रयास में विकेट गंवाया था।लेकिन उन्होंने अपनी गलती से सबक लिया है। इस बार जब वे शतक के करीब पहुंचे, तो खुद पर नियंत्रण रखा। उन्होंने शतक बनाने के लिए हड़बड़ी नहीं दिखाई। यह इस बात का इशारा है कि अपनी गलतियों से सबक ले रहे हैं। यह उनके व टीम दोनों के लिए अच्छी बात है। ’
पंत अब पारी सजा रहे हैं: मुरली कार्तिक
पूर्व क्रिकेटर मुरली कार्तिक की खेलने की शैली के बारे में बोला कि पहले उन्हें ऐसे बल्लेबाज के रूप में जाना जाता था जो ताबड़तोड़ बैटिंग करना जानता है। लेकिन उन्होंने सिडनी में अपनी इस छवि को बहुत ज्यादा हद तक तोड़ दिया है। कार्तिक ने ‘सोनी सिक्स’ चैनल पर ही कहा, ‘पंत जब बैटिंग करने आए तो पुजारा पूरी लय में थे। तब पंत ने हड़बड़ी में शॉट लगाने की बजाय पुजारा को बैटिंग का ज्यादा मौका दिया। इसके बाद जब वे खुद 50 रन का स्कोर पार कर गए, तो उन्होंने आगे रन बनाने के लिए जल्दबाजी नहीं दिखाई। उन्होंने संयमित आक्रमण करते हुए ना सिर्फ शतक बनाया, बल्कि अपना स्कोर 150 के पार ले गए। यह बताता है कि वे सिर्फ हमले करना नहीं जानते, बल्कि पारी संवारना भी जानते हैं। ’