जामिया मस्जिद में कुछ नकाबपोश युवकों ने लहराया ISIS का झंडा

श्रीनगर स्थित जामिया मस्जिद में कुछ नकाबपोश युवकों के आईएसआईएस के झंडे लहराने का मामला सामने आया है। शुक्रवार को राज्‍य की पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्‍य में राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से जारी अलर्ट को मानने से इनकार कर दिया था। उनके इस इनकार के ठीक बाद यह घटना हुई है। सोशल मीडिया पर शनिवार को एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ युवक जामिया मस्जिद में हैंं और यहां पर वह खुलेआम सुरक्षा एजेंसियों को चुनौती देते हुए झंडा लहरा रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर से घाटी में मौजूद आईएसआईएस के खतरे को सामने लाकर रख दिया है।

शुक्रवार रात की घटना
घटना शुक्रवार रात की है जब आईएसआईएस के कुछ समर्थक श्रीनगर के नौहट्टा इलाके में मौजूद जामिया मस्जिद में दाखिल हो जाते हैं। उन्‍होंने यहां पर न सिर्फ आईएसआईएस के झंडे लहराए बल्कि देश विरोधी नारेबाजी भी की। इस घटना के दौरान मस्जिद में आम लोग मौजूद थे और वह इस पूरे वाकये से काफी डर गए थे। घटना के बाद इसका विडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। अब इस फुटेज के आधार पर एजेंसियों ने अपनी जांच शुरू कर दी है।

घटना के बाद छिप गए मीरवाइज

जो घटना हुई उसमें सबसे ज्‍यादा हैरान करने वाली बात थी कि हुर्रियत कॉन्‍फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक वहीं मौजूद थे। मीरवाइज सुरक्षा एजेंसियों से गुहार लगा रहे थे कि ठंड की वजह से कासो में थोड़ी ढील दे दी जाए और इस बीच आईएसआईएस समर्थक वहां आ पहुंचे। इसके बाद मीरवाइज कहां चले गए किसी को नहीं मालूम चला। जामिया मस्जिद में पिछले तीन वर्षों से अक्‍सर आईएसआईएस का झंडा लहाराने की घटनाएं सामने आती रही हैं।

सबसे पुरानी मस्जिदों में एक जामिया
जामिया मस्जिद, जम्‍मू कश्‍मीर की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है। मस्जिद में एक बार में करीब 34,000 लोग प्रार्थना के लिए इकट्ठा हो सकते हैं। जिस जामिया मस्जिद में यह घटना हुई है, दो साल पहले उसी के बाहर जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या की गई थी। एनआईए ने 26 दिसंबर को उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली में आईएसआईएस के सिलसिले में छापेमारी की थी। एनआईए ने आईएसआईएस से जुड़े आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्‍लाम का भांडाफोड़ा था।