जाने हमें हर दिन कितना पानी पीना चाहिए?

अधिकांश लोग पानी तब पीते हैं, जब उन्हें प्यास लगती है. वहीं गर्म आर्द्र मौसम में प्यास अक्सर निर्जलीकरण का सबसे अच्छा संकेतक नहीं होती है. तो सवाल ये है कि हमें हर दिन कितना पानी पीना चाहिए? शरीर के वजन का 55-60 प्रतिशत भाग पानी होता है, हालांकि महिला  पुरुष में यह भिन्न-भिन्न होता है. मानव शरीर की तरह, पानी सभी खाद्य पदार्थों का एक आवश्यक घटक है. हमारे तरल पदार्थ की 20 प्रतिशत दैनिक आवश्यकता भोजन से पूरी हो जाती है. बटर  ऑयल दो ऐसे भाजन हैं, जिनमें पानी नहीं होता है.

कुछ खानों में पानी 90 प्रतिशत से ज्यादा होता है. इन खानों में दूध, दही, कई फ्रूट्स, कई हरी सब्जियां, तरबूज, चुकंदर, गोभी, सलाद  पालक शामिल हैं. सेब, अंगूर, संतरे  अनार में 80 से 90 फीसद पानी होता है. वहीं सेम  फलियों में पानी की मात्रा 60 से 70 प्रतिशत होती है. यहां तक कि सूखे फल, बीज  नट में 1% से 9% पानी होता है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की डाइअटेरी गाइडलाइन्स के मुताबिक एक सामान्य स्वस्थ आदमी को एक दिन में आठ ग्लास (दो लीटर) पानी पीना चाहिए. चाय, कॉफी, दूध, दही  आपका भोजन भी आपके जलयोजन के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा. लेकिन तरल पदार्थ के तौर पर पानी का ज्यादा प्रयोग करना चाहिए. यूके में रहने वाले लोगों के लिए नेशनल हेल्थ सर्विस ने निर्जलिकरण से बचने के लिए एक आदमी को प्रतिदिन 1.2 लीटर पानी पीने की सलाह दी है. वहीं अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेंस, इंजीनियरिंग एंड मेडिसिन ने पुरुषों के लिए 3.7 लीटर  स्त्रियों के लिए 2.7 लीटर पानी पीने की सलाह दी है.

पानी की स्थान जूस नहीं ले सकता, क्योंकि उसमें बहुत अधिक मात्रा में शुगर  कैलोरी होती है. एक तरफ जहां ताजा फल जूस में विटामिन, मिनरल  अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, तो वहीं उसमें भारी मात्रा में फ्रूट शुगर भी होती है. लेकिन दुनिया स्वास्थ्य संगठन ने इसे हार्मफुल फ्री शुगर की कैटेगरी की तरह की हानिकारक माना है, जिसे प्रतिदिन 25 ग्राम ज्यादा उपभोग नहीं होना चाहिए.