अध्यक्ष सोनिया गांधी को शनिवार को कांग्रेस पार्टी संसदीय दल का नेता चुना गया। इससे पहले भी सोनिया यह किरदार निभा रही थीं। संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस पार्टी संसदीय दल की मीटिंग में सोनिया को नेता चुना गया।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक, नेता चुने जाने के बाद सोनिया ने देश के उन 12.13 करोड़ मतदाताओं का आभार प्रकट किया, जिन्होंने इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान किया।
संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई इस मीटिंग में पार्टी के लोकसभा के सभी 52 सदस्यों के अतिरिक्त राज्यसभा मेम्बर भी शामिल रहे। सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में संसद के आगामी सत्र के लिए रणनीति भी तय की गई।
दरअसल, कांग्रेस पार्टी को इस चुनाव में कुल 52 सीटें हासिल हुई हैं, जिस वजह से सदन में उसके नेता को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी एक फिर बार नहीं मिलेगी।
पार्टी नेताओं के एक धड़े के बीच यह चर्चा भी थी कि पार्टी अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने पर अड़े राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी की नेता की जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।
इससे पहले 16वीं लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता व ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्य सचेतक थे। इस बार दोनों चुनाव पराजय गए हैं।