प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नयी सरकार के गठन के बाद मालदीव व श्रीलंका दौरों के बाद शंघाई योगदान संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में शमिल होने के लिए अगले हफ्ते बिश्केक जाएंगे।
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी सम्मेलन से इतर चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात भी करेंगे। चाइना में हिंदुस्तान के राजदूत विक्रम मिसरी ने बताया कि हिंदुस्तान में नयी सरकार के गठन के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात होगी।
मिसरी ने बोला कि पिछले कुछ वर्ष में भारत-चीन संबंध मजबूत हुए हैं। पिछले वर्ष वुहान में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी व राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच हुआ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन मील का पत्थर था। अनौपचारिक शिखर सम्मेलन से दोनों राष्ट्रों के बीच संबंधों को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने में बड़ी मदद मिली थी। उन्होंने बोला कि पिछले वर्ष दोनों नेताओं ने बहुपक्षीय बैठकों के इतर चार बार मुलाकात की। अगले हफ्ते बिश्केक में दोनों एक बार फिर मिल रहे हैं।
दोबारा पीएम बनने के बाद पहली बार जिनपिंग से मिलेंगे मोदी
एससीओ शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान की राजधानी में 13-14 जून को होना है। एससीओ चाइना की प्रतिनिधित्व वाला आठ सदस्यीय सुरक्षा समूह है, जिसमें हिंदुस्तान व पाक को 2017 में शामिल किया गया। लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी की प्रचंड जीत से मोदी के दोबारा पीएम बनने के बाद शी के साथ यह उनकी पहली मुलाकात होगी। शी ने आम चुनावों में जीत के लिए पीएम मोदी को शुभकामना दी थी।
रूस के राष्ट्रपति से भी शिखर सम्मेलन के इतर होगी मुलाकात
मिसरी ने बोला कि हिंदुस्तान व चाइना के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध द्विपक्षीय संबंधों का प्रमुख पहलू हैं। पिछले वर्ष दोनों राष्ट्रों का द्विपक्षीय व्यापार 95 अरब डॉलर को पार कर गया था। इस वर्ष इसके 100 अरब डॉलर को पार करने की उम्मीद है। शी के अतिरिक्त मोदी SCO शिखर सम्मेलन के इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे।मोदी इस प्रोग्राम के दौरान पाक के पीएम इमरान खान से नहीं मिलेंगे।