सुनील को सहारनपुर-दिल्ली हाइवे होते हुए टीकरी ले जाया जा रहा था। प्रातः काल 10 बजे करीब काफिला ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के मवी कलां टोल पर पहुंचा। तभी आकस्मितसे 5 एसयूवी गाड़िया सुनील राठी के काफिले में घुस आईं। इससे पहले की तिहाड़ कारागार पुलिस कुछ समझ पाती पांचों गाड़ियों ने कारागार की उस गाड़ी को अपने घेरे में ले लिया जिसमे सुनील राठी को ले जाया जा रहा था।
साथ चल रही कारागार पुलिस में हड़कंप मच गया। तुरंत ही सुनील राठी का अपरहण करने का वायरलेस पर मैसेज गूंजने लगा। बागपत पुलिस ने एक्सप्रेव पर चेकिंग शुरु कर दी।मौके पर कारागार पुलिस ने भी कोशिशे शुरु कर दीं। इस घटना की सूचना तिहाड़ कारागार दिल्ली भी पहुंच गई।
बागपत पुलिस के साथ मिलकर कारागार पुलिस ने काफिले में शामिल हुईं पांचों गाड़ियों को कब्जे में ले लिया। गाड़ियों में करीब 20 युवक बैठे हुए थे। उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया। सभी को पुलिस लाइन बागपत ले जाया गया।
पूछताछ में मालूम पड़ा कि सभी युवक सुनील राठी के परिचित हैं। सुनील की सुरक्षा को लेकर वह भिन्न-भिन्न गाड़ियों से आए थे। वो चाहते थे कि सुनील को व्यक्तिगत सुरक्षा में बागपत ले जाया जाए।
7 घंटे बाद जब सुनील राठी परिवार से मिलने के बाद तिहाड़ कारागार रवाना हुआ तब जाकर पुलिस ने हिरासत में लिए गए युवकों व गाड़ियों को छोड़ा। गौरतलब रहे कि सुनील राठी पर मौजूदा वक्त में रंगदारी, हत्या, मर्डर की प्रयास व लूट के 24 से ज्यादा मुद्दे चल रहे हैं।