आप सभी को पता हो कि बीते कल नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह से जुड़े ऐतिहासिक पल के 8000 से ज्यादा देसी-विदेशी अतिथि साक्षी बने।
इन सभी में 14 राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष, छह पंजीकृत न से अधिक राष्ट्रों के राजदूत और उच्चायुक्त व देश भर के साधारण से गणमान्य लोग सभी मौजूद थे। वहीं आप सभी जानते ही होंगे कि इस बार भी उन्होंने अपने परिजनों को शपथ समारोह में नहीं बुलाया, लेकिन इस पर परिजनों को कोई असहमति नहीं है, बल्कि मोदी की बहन बसंती बेन ने बोला कि उनका ज़िंदगी देश को समर्पित है।
जी हाँ, आप सभी को बता दें कि गुजरात में करीब डेढ़ दशक तक सीएम रहते व पिछले पांच वर्ष से पीएम रहते मोदी ने अपने सरकारी आवास व सरकारी आयोजनों से परिवार के सदस्यों को हमेशा दूर ही रखा व मुख्यमंत्री आवास की तरह ही पीएम आवास में भी मोदी अकेले ही रहते हैं। इसी के साथ पहले कार्यकाल में उनकी मां हीराबेन कुछ दिनों तक लोककल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास में रुकी थीं व खुद पीएम ने इस आशय का खुलासा करते हुए बोला कि ”मेरी व्यस्तता के कारण मां को यहां मन नहीं लगा। ”
वहीं पीएम जब भी गुजरात जाते हैं तब अपनी मां व परिजनों से मिलना नहीं भूलते। इसी के साथ आप जानते होंगे कि पीएम मोदी का गुजरात में बड़ा परिवार है व सबसे बड़े भाई सोमनाथ मोदी वडनगर में वृद्धाश्रम चलाते हैं। वहीं अहमदाबाद के घाटलोदिया में रहने वाले दूसरे बड़े भाई अमृत मोदी एक व्यक्तिगत कंपनी में फिटर हैं व छोटे भाई प्रहलाद मोदी की गल्ले की दुकान है। बहन बसंती बेन है। इनका भरापूरा परिवार है। जब प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी शपथ ले रहे थे तो उनकी माँ ने उन्हें टीवी पर देखकर ही आशीर्वाद दिया व तालियां बजाई। माँ तो माँ होती है इस बात में कोई दोराय नहीं है।