जानिए इस खिलाडी ने कहा हिन्दुस्तान बन सकता है ये….

2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के मेम्बर रह चुके सुरेश रैना का मानना है कि टीम के पास वह सब कुछ है जिसकी आवश्यकता चैंपियन बनने के लिए होती है.

टीम ने हाल वैसेबहुत ज्यादा अच्छा किया है  उसके पास हर पोजिशन के लिए बेहतर खिलाड़ी हैं. उनको पूर्व कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी  हार्दिक पंड्या की जोड़ी से करिश्माई सफलता की आस है. रैना ने एक्सक्लूसिव वार्ता में आज से प्रारम्भ हो रहे वर्ल्ड कप के कई पहलुओं  भारतीय उम्मीदों पर अपनी राय रखी

भारत की उम्मीद
हमारे पास कॉन्सिस्टेंट ओपनर हैं जो कि अंत तक क्रीज पर रहने का माद्दा रखते हैं. कुछ विस्फोटक ऑलराउंडर्स हैं, एक वर्ल्ड क्लास फिनिशर है  बहुमुखी प्रतिभा वाला बोलिंग अटैक है. यह एक संतुलित टीम है जिसने पहले नजीते दिए हैं. इस बार भी वह सफलता दोहरा पाएंगे इसमें कोई दो राय नहीं. पिछले कुछ दौरों पर 50 ओवर्स के फॉर्मेट में हमने जिस तरह की दृढ़ता दिखाई है उसकी आवश्यकता फिर होगी. खेलने की शैली में हम दूसरे से आगे हैं. हमारे 5 खिलाड़ी आईसीसी रैंकिंग्स में टॉप-20 में हैं. इससे ज्यादा कहने आवश्यकता नहीं. मैं यह भी जोड़ना चाहूंगा कि हमें लंबी साझेदारियां करनी होंगी, हमारे टॉप ऑर्डर बैट्समैन को देर तक क्रीज पर रहना होगा  लेफ्ट-राइट के बैटिंग कॉम्बिनेशन को लेकर चलना होगा.

भारतीय मिडल ऑर्डर
भारतीय मिडल ऑर्डर लंबे समय से चिंता का विषय रहा है. खास तौर पर तब जब इन बल्लेबाजों को भिन्न-भिन्न भूमिका अदा करना होता है. जल्दी विकेट गिरने से उन्हें डिफेंसिव होना पड़ता है. कई बार उन्हें गेम फिनिश करने के लिए लंबी साझेदारियां निभानी पड़ती हैं. मुझे लगता है कि वैसे हम अच्छा कर रहे हैं. विजय शंकर के बारे में बहुत कुछ पता नहीं लेकिन उम्मीद करें कि वह नंबर चार पर अच्छा करेंगे. फिर हमारे पास धोनी  हार्दिक पंड्या भी हैं जो खेल को अपने पक्ष में समाप्त करने में माहिर हैं.

हार्दिक पंड्या से उम्मीदें
आईपीएल में उनका प्रदर्शन बहुत दमदार रहा. इसका सकारात्मक प्रभाव आप देख सकते हैं. मुझे लगता है कि उनमें वह माद्दा है जिसकी बदौलत वह उम्मीदों के बोझ से विचलित हुए बगैर लक्ष्य पर फोकस कर सकते हैं. अपना बेस्ट देते हुए टीम को जीत दिलाने वाला प्रदर्शन कर सकते हैं. धोनी के साथ उनकी पार्टनरशिप विस्फोटक साबित हो सकती है. इस बार कुछ  ऑलराउंडर्स जैसे कि मोईन अली, शाकिब उल हसन खतरनाक साबित हो सकते हैं. कई टीमें ऑलराउंडर्स के वश वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद कर सकती हैं.

भारत ने वर्ल्ड कप के सफर में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव देखे हैं. आज हम आपको वर्ल्ड कप की कुछ ऐसी ही घटनाओं के बारे में बताएंगे जो हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के जेहन में अब भी ताजा होंगी.

साल 1975 के वर्ल्ड कप में सुनील गावसकर ने 174 बॉल्स पर केवल 36 रन बनाए थे. हालांकि वह नॉट आउट रहे लेकिन वह 60 ओवर खेल गए.

साल 2007 के वर्ल्ड कप में बांग्लादेश ने हिंदुस्तान को 5 विकेट से हरा दिया जिससे हिंदुस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा.

साल 1975 के वर्ल्ड कप में बिशन सिंह बेदी ने पूर्वी अफ्रीका के विरूद्ध 12 ओवर के स्पेल में केवल 6 रन दिए थे.

साल 1983 के वर्ल्ड कप में यशपाल शर्मा ने वेस्टइंडीज के विरूद्ध 89 रन बनाकर हिंदुस्तान को जीत का सौगात दिया था.

वर्ष 1983 के वर्ल्ड कप में कपिल देव ने जिम्बाब्वे के विरूद्ध 175 रनों की नाबाद पारी खेली थी  उनके द्वारा लिया विव रिचर्ड्स का कैच इस मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.

साल 2011 के वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने भले ही लाइम रोशनी चुरा ली हो लेकिन 97 रन बनाने वाले गौतम गंभीर ने ही जीत की नींव रखी थी.

साल 2015 के वर्ल्ड कप में शिखर धवन की 137 रनों की पारी ने वर्ल्ड कप में पहली बार हिंदुस्तान को साउथ अफ्रीका के विरूद्ध काट दी.

वर्ष 1987 के वर्ल्ड कप ने चेतन शर्मा को हिंदुस्तान का पहला  अकेला हैट-ट्रिक बॉलर बना दिया. उन्होंने नागपुर में हुए इस मैच में लगातार न्यू जीलैंड के केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ  इवेन चैटफील्ड को क्लीन बोल्ड किया.

भारतीय स्पिन तिकड़ी
अगर मौसम सूखा हो तो स्पिन डिपार्टमेंट को लाभ होगा. रविंद्र जाडेजा, युजवेंद्र चहल  कुलदीप यादव के रूप में हमारे पास रिस्ट  फिंगर स्पिनर्स का एक शानदार कॉम्बिनेशन है.उन्होंने बीच के ओवर्स में रन रोकने के अतिरिक्त विकेट भी निकाले हैं. अग्रेसिव भी रहे हैं ये बोलर. कई सफलताएं दिलाई हैं. कुलदीप ने आईपीएल में अच्छा नहीं किया था उसका प्रभाव वर्ल्ड कप में नहीं दिखना चाहिए. हर खिलाड़ी के करियर में बेकार दौर आता है. इससे उसके संपूर्ण कौशल पर शायद ही प्रभाव होता है.

इंग्लैंड के विकेट
हम सभी जानते हैं कि इंग्लैंड की ज्यादातर पिच फ्लैट हैं. इससे बहुत ज्यादा बड़े स्कोर बन सकते हैं. लेकिन यह इतना भी सरल नहीं होगा. जिस टीम की बोलिंग सॉलिड है उसके लिए चिंता की बात नहीं. हमारी ओर से जसप्रीत बुमराह में वह सब कुछ है जो विपक्षी टीम पर प्रेशर बना सकता है.

धोनी का विकल्प नहीं, उनका भूमिका बेहद अहम
धोनी के बारे में बात करते हुए रैना ने कहा, ‘एमएस धोनी के अनुभव का विकल्प नहीं है. उनका स्वभाव, फिनिशर के रूप में उनकी विश्वसनीयता, मैदान पर उनका रणनीतिक कौशल, डेथ ओवर्स में प्रेशर बनाने के लिए ठीक बोलर का चुनाव. यह सब गुण उन्हें टीम की आवश्यकता बनाता है. उनका भूमिका बहुत अहम होने जा रहा है.

पांच खिलाड़ी जिन पर रहेंगी निगाहें
विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, इमरान ताहिर, आंद्रे रसेल  फाफ डुप्लेसिस.

  वर्ल्ड कप प्रारम्भ होने से एक दिन पहले ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ने इस वैश्विक टूर्नमेंट में भाग ले रही टीमों के कप्तानों से मुलाकात की. यह मुलाकात लंदन के बकिंघम पैलेस में रॉयल गार्डन पार्टी के दौरान हुई.
इस बार वर्ल्ड कप इंग्लैंड की मेजबानी में खेला जा रहा है. इंग्लैंड टीम आज तक एक बार भी वर्ल्ड कप जीत नहीं पाई है लेकिन इस बार वह प्रबल दावेदार के रूप में उतर रही है.

इंग्लैंड के कैप्टन इयोन मोर्गन से क्वीन एलिजाबेथ ने हाथ मिलाया.

बकिंघम पैलेस में ब्रिटेन के प्रिंस हैरी ने भारतीय कैप्टन विराट कोहली से मुलाकात की. इस दौरान दोनों आपस में कुछ वार्ता करने नजर आए.

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ने इस दौरान सभी 10 टीमों के कप्तानों से मुलाकात की  हाथ मिलाया.

वेस्ट इंडीज के कैप्टन क्वीन एलिजाबेथ से सिर झुकाकर मिले.

साउथ अफ्रीका के कैप्टन फाफ डु प्लेसिस ने प्रिंस हैरी से मुलाकात की. इस बीच किसी बात पर वह खूब मुस्कुराते नजर आए. उनके साथ पाक के कैप्टन सरफराज खान भी खिलखिलाते दिखे.