लोकसभा चुनाव में मिली करारी पराजय के बाद लिया है व अगले एक महीने तक पार्टी प्रवक्ताओं के टेवीविजन चैनल में होने वाले डिबेट में नहीं भेजेगी।
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी व बोला कि, “कांग्रेस ने निर्णय किया है कि वह अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक टीवी चैनलों के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए नहीं भेजेगी। ” बता दें इससे पहले कांग्रेस पार्टी की पराजय के बाद मध्य प्रदेश के भिंड लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी रहे देवाशीष जरारिया ने भी को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने पार्टी प्रवक्ताओं को टीवी चैनल में न भेजने का आग्रह किया था।
अपने लेटर में देवाशीष जरारिया ने से आग्रह करते हुए बोला था कि ‘मैं भिंड दतिया लोकसभा सीट से व मुझे व लाखों कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं को बीते पांच वर्षों में महसूस हुआ है कि टीवी चैनल में सकारात्मक बहस व संवाद के लिए कोई स्थान नहीं है। लगभग 600 टीवी डिबेट में जाने पर यही पाया कि 95 फीसदी डिबेट्स केवल प्रोपेगेंडा पर आधारित रही हैं।इसलिए पार्टी को प्रवक्ताओं को टीवी डिबेट्स में भेजने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए व क्योंकि इन डिबेट्स के चलते पिछले 5 वर्षों में पार्टी को बहुत ज्यादा नुक्सान हुआ है। ‘
देवाशीष जरारिया ने आगे लिखा है कि ‘पार्टी को प्रवक्ता पद के दायित्व को बदलकर कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को गांव-गांव शहर-शहर पहुंचाने के लिए करने का आग्रह करता हूं।क्योंकि सच्चे कांग्रेसी होने के नाते व सच्चे भारतीय होने के नाते मैं गांव-गांव शहर-शहर जनता के बीच जाना पसंद करूंगा, न कि मीडिया व टीवी चैनल में होने वाले डिबेट्स में। ‘
वहीं कांग्रेस पार्टी के टीवी चैनल में होने वाले डिबेट्स में भाग न लेने की जानकारी देते हुए कांग्रेस पार्टी के ने बोला कि, ‘सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने शो में कांग्रेस पार्टी प्रतिनिधियों को शामिल ना करें। ‘ कांग्रेस पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी नरेन्द्र मोदी सरकार पर शुरुआती एक महीने तक किसी भी टीका-टिप्पणी व आलोचना से बचना चाहती है, इसलिए यह निर्णय किया गया है।