हरभजन (Jasprit Bumrah) ने रविवार को पीटीआई से बोला कि इस हैट्रिक का श्रेय बुमराह के साथ विराट (Virat Kohli) को भी जाता है। गेंदबाज को नहीं लगा था कि बल्लेबाज आउट है, लेकिन कैप्टन को अंदर से लग रहा था कि वह आउट है। अगर विराट डीआरएस नहीं लेते तो क्या होता? कैप्टन का यह निर्णय बेहतरीन था जिसकी वजह से वह शानदार कोशिश कर सके। हरभजन को अब भी लगता है कि रमेश के शानदार कोशिश के बिना वह यह इतिहास नहीं बना सकते थे।
हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने बोला कि मुझे याद है जब मैंने सौरव गांगुली के साथ चर्चा करने के बाद गेंदबाजी की। हकीकत कहूं तो रमेश उस टीम में इतने फुर्तीले नहीं थे।
फिर भी फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर उन्होंने शानदार कैच लपका तो मैंने उन्हें बोला था कि दोस्त मेरी हैट्रिक तुम्हारी बदौलत मिली। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 711 विकेट चटकाने वाले हरभजन ने बोला कि इसलिए मेरा मानना है कि कुछ चीजें एक साथ होती हैं तो ऐसा ही कुछ होता है। तब यह रमेश का शानदार कैच था व अब यह विराट का निर्णय रहा।
हरभजन (Harbhajan Singh) ने बोला कि राहुल द्रविड़ ने जिस तरह इस हैट्रिक का लुत्फ उठाया तो वह दंग रह गए थे। उन्होंने बोला कि मैंने राहुल को इतना उत्साहित कभी नहीं देखा था, वह खुशी से उछल रहे थें। शायद उन्हें भी नहीं लगा था कि रमेश इस तरह का कैच लपक सकते थे। वह मानते हैं कि भारतीय क्रिकेट भाग्यशाली है कि उसके पास बुमराह (Jasprit Bumrah) जैसा गेंदबाज है।