जवानी में की गई लड़कियों की ये गलती, बन सकती है उनके बांझपन का कारण

महिलाओं में इन्फर्टिलिटी (बांझपन) की समस्या लगातार बढ़ रही है। खासकर पिछले कुछ सालों में इन्फर्टिलिटी की समस्या में अधिक बढ़ोतरी हुई है। इन्फर्टिलिटी न को लेकर लोगों के मन में तमाम धारणाएं रहती हैं।

वहीं इन्फर्टिलिटी को लेकर डॉक्टरों का मानना है कि इसके पीछे लोगों की गलत आदत और कुछ अन्य कारणों का होना है।महिलाओं में बांझपन के कई कारण होते हैं। उनमें से एक कारण महिला की उम्र भी होती है। जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती है उसे गर्भधारण करने में कठिनाई होती है।

– आजकल कम उम्र में सिगरेट, शराब, गुटखा और कई बार ड्रग्स की लत भी लड़के-लड़कियों में काफी बढ़ गई है। इन आदतों के कारण भी वीर्य की गुणवत्ता खराब होती है और स्पर्म काउंट कम होता है।

– उम्र बढ़ने के साथ ही महिलाओं के अंडाशय में अंडे की गुणवत्ता में भी कमी आती है जिसके कारण खराब किस्म के अंडे बनते हैं और उन्हें गर्भधारण करने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और अंत में वे बांझपन का शिकार हो जाती हैं।

– काम के साथ-साथ शरीर के लिए आराम भी बहुत जरूरी है। समय कम होने के कारण लोग न तो एक्सरसाइज करते हैं और न ही अपने खानपान पर ध्यान दे पाते हैं। इन कारणों से भी धीरे-धीरे व्यक्ति के स्पर्म की क्वालिटी पर असर पड़ता है।

– शहरी वातावरण में बढ़ते प्रदूषण और टॉक्सिन ने 45 से 48 प्रतिशत इन्फर्टिलिटी के मामले बढ़ा दिये हैं। जीवनशैली में बदलाव और खानपान की गलत आदतें भी अप्रत्यक्ष रूप से इन्फर्टिलिटी की जि़म्मेदार हैं। पेस्टिसाइड और प्लास्टिक का खानपान के दौरान हमारी फूड चेन में आना हार्मोन के स्तर को प्रभावित करता है।