सर्दियां प्रारम्भ हो चुकी हैं. पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) से घुसपैठ नहीं करने से हताश आतंकवादियों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) का रुख किया है.
ऐसे में बीएसएफ ने आइबी पर सर्दी प्रबंधन रणनीति को प्रभावी बनाया है. इसमें जवानों की अलावा तैनाती, अलावा नाके, अत्याधुनिक तकनीक वाले उपकरणों की संख्या बढ़ाने के साथ तारबंदी के आसपास देखते ही गोली मराने के आदेश होते हैं.
आइबी पर सर्दियों की चुनौतियां
जम्मू के मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ते ही सीमांत क्षेत्रों में कोहरा छाने लगता है. दूर तक देखना संभव नही होता है. पाकिस्तान रेंजर्स सर्दियों में सीमा प्रहरियों पर दवाब बढ़ाने के लिए सीमांत क्षेत्रों में स्नाइपरों को सक्रिय कर देता है. पाकिस्तान रेंजर्स के साथ पाकिस्तान सेना में आतंकवादियों की आइबी से घुसपैठ करवाने के लिए हरकत में आ जाती है. आइबी से सटे इलाकों में पाक की बॉर्डर एक्शन टीमों (बैट) के हमलों का खतरा बढ़ जाता है.
जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी बर्फबारी के कारण नवंबर से घुसपैठ के रास्ते बंद होने लगते हैं. आतंकवादी घुसपैठ करने के लिए जम्मू में आइबी के पार पाकिस्तानी इलाकों में सक्रिय हो जाते हैं. अधीन कश्मीर में भिन्न-भिन्न लां¨चग पैड्स पर पांच सौ आतंकी नियंत्रण रेखा से घुसपैठ करवाने के लिए डेरा डाले थे. इन आतंकियों में से कइयों ने अब आइबी से सटे इलाकों का रुख कर लिया है. अक्टूबर के बाद से ऐसे 12 के करीब मुद्दे हो चुके हैं. सीमा पर सरकंडे आतंकियों के छिपने में सहायक रहते हैं. ऐसे में सेना उन्हें साफ करती रहती है.
सूत्रों के अनुसार, आइबी के पार आतंकियों की मौजूदगी के पुख्ता इशारा मिलने के बाद सुरक्षा के स्तर को बढ़ा दिया है. पाक को सचेत कर दिया है कि कोहरे या सूरज ढलने के बाद अंधेरे की आड़ में कोई हथियारबंद सीमा के पास आया तो गोली मार दी जाएगी. सर्दी प्रबंधन रणनीति के तहत जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा और जम्मू जिले में सीमा पर जवानों की तैनाती बढ़ाने के साथ अलावा नाके लगाए जा रहे हैं.
सीमा पर आधुनिक तकनीक भी शत्रु को मार गिराने में अब कार्य आएगी. सीमा पर शत्रु अंधेरे व घने कोहरे का लाभ उठाएगा तो अंधेरे में देखने में सक्षम आधुनिक नाइट विजन डिवाइस और हाई डेफिनेशन कैमरे से बच नहीं पाएगा. बीएसएफ के पास आधुनिक थर्मल इमेजर, हाई रेंज नाइट विजन व सेंसर भी है.
दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त
आइजी बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर एनएस जम्वाल ने बोला कि सीमा पर दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त हैं. जवान गर्मी व सर्दी की चुनौतियों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं. सीमा पर तैनात सीमा प्रहरियों का हौसला ऊंचा है.
9 महीने में 140 से अधिक आतंकवादी ढेर
साल 2019 में शुरुआती 9 महीनों में इंडियन आर्मी ने 140 से अधिक आतंकियों को मार गिराया है इस संख्या में नियंत्रण रेखा के साथ-साथ प्रदेश के भीतरी इलाकों में सेना के साथ विभिन्न एनकाउंटर ों में मारे गए आतंकियों की संख्या भी शामिल है. ये आंकड़े एक जनवरी से 29 अगस्त तक सेना द्वारा मारे गए आतंकियों की संख्या के बारे में हैं. इसी अवधि के दौरान, घाटी में आतंकवाद संबंधी अभियानों में विभिन्न रैंकों से जुड़े 26 जवान शहीद हुए.