छात्र नेता अच्युतानंद मर्डर केस का खुलासा

यूपी के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कद्दावर छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हत्यारोपित तीनों छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर सोमवार को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस में हत्याकांड के पीछे की पूरी कहानी बताई। जानकारी देते हुए एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि छात्रनेता सुमित शुक्ला उर्फ अच्युतानंद की हत्या के आरोपितों सीएमपी छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी सहित हरिकेश मिश्र और सौरभ उर्फ प्रिंस व एक मददगार को गिरफ्तार कर जेल भेज जा रहा है। आरोपितों के पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल, दो तमंचे और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है।एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में आशुतोष त्रिपाठी ने अच्युतानंद की गोली मारकर हत्या की बात कबूल कर ली है।Image result for छात्र नेता अच्युतानंद मर्डर केस का खुलासा

क्या था हत्या का कारण

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने बताया कि अच्युतानंद शुक्ला द्वारा सीएमपी छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष को बार-बार जलील किया जाता था और इसी आवेश में उसने अच्युतानंद को गोली मार दी । पुलिस ने बताया कि आशुतोष ने बयान में बताया है कि छात्र संघ चुनाव के दौरान अच्युतानंद खुलकर उसका सपोर्ट नहीं कर रहा था। और जब वह चुनाव जीत गया तो उसके बाद भी अच्युतानंद उसके साथ आम छात्रों के जैसा व्यवहार करता था और सार्वजनिक जगहों पर डांट फटकार लगाकर उसे जलील करने लगा था। 31 अक्टूबर को बर्थ डे पार्टी में भी अच्युतानंद ने ही आशुतोष को जबरन बुलाया था। पार्टी में आने से पहले ही हॉस्टल में अपने दोस्तों के साथ आशुतोष ने शराब पी और वहां पर ही उसने अपने दोस्तों से के सामने पिस्टल लोड करते हुए कहा था कि अगर आज अच्युतानंद ज्यादा बोला तो उसे निपटा दूंगा। देर रात आशुतोष व उसके दूसरे साथी बर्थडे पार्टी में पहुंचे तो पता चला कि यहां पर अच्युतानंद के करीबी आलोक चौबे और आशुतोष के करीबी गज्जू के बीच झगड़ा हो चुका है। आशुतोष जब पार्टी में पहुंचा तो अच्युतानंद ने उसे फिर से फटकार लगाई। गुस्से में आशुतोष, अच्युतानंद के पीछे जाकर बैठ गया और मौका देख कर उसने अच्युतानंद को गोली मार दी।

क्या थी कत्ल वाली रात की कहानी

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसीबी हॉस्टल में 31 अक्टूबर को छात्र नेता निर्भय द्विवेदी ने बर्थ डे पार्टी आयोजित की थी। इस पार्टी में आशुतोष को निमंत्रण नहीं दिया गया था। जिसके कारण आज तो उस पार्टी में नहीं आया लेकिन रात 1:00 बजे के बाद लेकिन देर रात जब पार्टी में झगड़ा हुआ तब अच्युतानंद ने आशुतोष को फोन कर उसे जबरन पार्टी में बुलाया। नशे में धुत आशुतोष साथियों के साथ अच्युतानंद से मिलने पहुंचा तो अच्युतानंद उसे झगड़े के मामले में दूर रहने के लिए डांटने फटकारने लगा। घटना के दौरान पार्टी में बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थे और अच्युतानंद को रौब गांठते व खुद को जलील होता देखकर आशुतोष गुस्से में आ गया और चुपचाप पीछे जाकर बैठ गया। सब के सामने हो रही अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए कुछ देर बाद ही अच्युतानंद को उसने पीछे से गोली मार दी।

इस तरह भागे नेपाल

अच्युतानंद की हत्या के बाद पार्टी में भगदड़ मच गई। गोली मारने के बाद आशुतोष ने अपने करीबी 2 छात्रों से फोन पर बात की और उन दोनों ने कार से इन्हें सिविल लाइंस बस अड्डे तक पहुंचा दिया। जहां से कार बुक कर आशुतोष अपने दोनों साथियों के साथ लखनऊ भाग गया। प्रयागराज छोड़ने से पहले हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी आशुतोष ने अपने करीबी छात्रों को ठिकाने लगाने के लिए दे दी और फिर अंडरग्राउंड हो गया। लखनऊ से बाराबंकी होते हुए आशुतोष त्रिपाठी, हरिकेश मिश्र और सौरभ उर्फ प्रिंस बस्ती पहुंचे और भारत नेपाल बॉर्डर पार कर नेपाल चले गए। तीनों आरोपित वहां पोखरा और बड़नी में ठहरे थे। जहां से उन्हें गिरफ्तार कर प्रयागराज ले आया गया।

मीडिया के सामने किया हत्या का खुलासा

सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीनों को मीडिया के सामने पेश कर हत्याकांड का खुलासा किया गया। याद दिला दे की 31 अक्टूबर की रात पीसीबी हॉस्टल में छात्र नेता अच्युतानंद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी इस हत्या में सीएमपी डिग्री कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी समेत तीन लोगों को नामजद किया गया है। इन पर पुलिस द्वारा 50000 का इनाम भी घोषित किया गया था। इन्हें 3 दिन पहले ही पड़ोसी देश नेपाल से गिरफ्तार किया गया था।

ये हैं फरार

छात्रनेता अच्युतानंद की हत्या में आरोपितों की मदद करने वाला प्रदीप यादव तो गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन, दूसरे मददगार देवर्षि उर्फ शूटर, गज्जू और कनक फरार हैं। पुलिस अब इनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस का दावा है कि इन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया की अच्युतानंद की हत्या का मुख्य आरोपी आशुतोष अपराधिक प्रवृत्ति का है उस पर हत्या समेत छह मामले दर्ज हो चुके हैं।