छात्रवृत्ति घोटाले में व्यक्तिगत विश्वविधालयों के प्रबंधकों से CBI ने की पूछताछ

CBI ने छात्रवृत्ति घोटाले में व्यक्तिगत विश्वविधालयों के प्रबंधकों से की. इस पूछताछ में करोड़ों के घोटाले को लेकर प्रश्न जवाब किए गए हैं. जाँच में पता चला है कि विवि के करीब 42 विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति को अवैध ढंग से हड़प लिया गया है. इसको लेकर विवि में एडमिशन के समय पर भी बैंक अकाउंट से संबंधित दस्तावेजों को भी भरवा लिया गया था. इसके बाद सरकार से छात्रवृत्ति की रकम आने पर उसे इन्हीं वाउचरों का प्रयोग कर निकाल लिया गया.

विश्वविधालय में जाँच के दौरान बैंक से संबंधित वाउचर  फार्म भी मिले हैं. इसको CBI ने अपने कब्जे में ले लिया है. इससे पहले हुई जाँच में CBI ने घोटाले से संबंधित विद्यार्थियोंसे भी उनके हस्ताक्षर  अन्य पहलुओं को लेकर बयान दर्ज कर लिए हैं. एजुकेशन विभाग में सामने आए ढाई करोड़ के फर्जीवाड़े में प्रदेश सहित देश के कई राज्यों की व्यक्तिगतविश्वविद्यालयों ने प्रदेश के गरीब  अन्य वर्गों के विद्यार्थियों को मिलने वाली करोड़ों की छात्रवृत्ति को हड़प लिया था. इसको देखते हुए सरकार ने मुद्दे की जाँच CBI को सौंपी है.

इस मुद्दे में प्रदेश के हजारों विद्यार्थी शिकार हुए हैं. यही नहीं, कई विद्यार्थियों की बिना छात्रवृत्ति के पढ़ाई तक छूट गई. मुद्दे को CBI गहनता से पड़ताल कर रही है  आने वाले समय में कई  विवि के प्रबंधक  बैंकों के तत्कालीन ऑफिसर इसकी जद में आएंगे. CBI की टीम इस सिलसिले में गुरूवार शाम यहां पहुंची थी. टीम बैंक अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है.