छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 15 वर्ष के बाद भाजपा को पराजय का करना पड़ा सामना

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh elections 2018) में 15 वर्ष के बाद भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा 2000 में बने इस राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी जीत हासिल करने जा रही है कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ में दूसरी बार गवर्नमेंट बनाएगी इससे पहले जब 2000 में मध्यप्रदेश का विभाजन कर छत्तीसगढ़ बना था, उस समय कांग्रेस पार्टी की गवर्नमेंट बनी थी  अजित जोगी CM बने थे छत्तीसगढ़ में पहली बार चुनाव 2003 में हुए उन चुनावों में भाजपा ने शानदार ढंग से जीत हासिल की थी

उस समय रमन सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया था तब से लेकर छत्तीसगढ़ में दो  चुनाव हुए 2008 में  2013 में इन सभी चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस पार्टी को करारी शिकस्त दीलेकिन 2018 में आकर तस्वीर बदल गई कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को करीब करीब एकतरफा मुकाबले में बहुत पीछे छोड़ दिया है

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी को 50 से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं वहीं भाजपा 25 से भी नीचे खिसकती दिख रही है इन चुनावों में जहां भाजपा के पास रमन सिंह का चेहरा था, वहीं कांग्रेस पार्टी के पास कोई सर्वमान्य चेहरा नहीं था इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी ने इस मुकाबले में भाजपा को बड़े अंतर से हरा दिया

इस तरह एक एक सीट बढ़कर कांग्रेस पार्टी निकली आगे
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में 2003 में भाजपा ने 50 सीटें जीती थीं वहीं कांग्रेस पार्टी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी 2008 में हुए राज्य के दूसरे चुनावों में भी भाजपा ने 50 सीटों पर जीत दर्ज की थी कांग्रेस पार्टी को 38 सीटों पर जीत मिली थी 2013 के चुनावों में भाजपा को 49  कांग्रेस पार्टी को 39 सीटें मिली थीं