ऐसा है पूरा मामला
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हिंदुस्तान व इमरान खान के नेतृत्व वाली गवर्नमेंट के बीच पिछले वर्ष हुई पहली आधिकारिक वार्ता में दोनों पक्षों ने स्थायी सिंधु आयोग को मजबूत बनाने पर बात की थी. जिससे कि 1960 में बनी जल संधि के मुद्दों को हल किया जा सके. पाक के जल संसधान मंत्री ने हिंदुस्तान के पाकिस्तानी टीम को निरीक्षण करने की मंजूरी दिए जाने को बहुत जरूरी बताया है.
यह बोले पाकिस्तान के मंत्री
पाक के जल संसधान मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘पाकिस्तान व हिंदुस्तान के बीच सिंधु जल संधि को लेकर कई वर्षों से मतभेद हैं. हमारी लगातार कोशिशों के कारण हमें एक जरूरीसफलता मिली है. हिंदुस्तान अंतत: हमारे इस अनुरोध को मानने के लिए तैयार हुआ है कि हम चेनाब बेसिन पर बन रहे इंडियन परियोजनाओं का निरीक्षण कर सकें.