चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के उस दावे को सिरे से किया खारिज जिसपर ये बोल गई दीदी

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमे ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया था। प्रदेश के पुलिस अधिकारियों को जिस तरह से चुनाव आयोग ने ट्रांसफर किया उसपर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है। 6 अप्रैल को चुनाव आयोग के डेप्युटि चुनाव आयुक्त चंद्र भूषण ने ममता बनर्जी को पत्र के जरिए जवाब दिया है।

चुनाव आयोग के उपायुक्त भूषण कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग ने कानूनी अधिकार के तहत आईपीएस अधिकारियों का शुक्रवार को ट्रांसफर किया है। विपक्ष की शिकायत के बाद इसकी जांच की गई और इसके बाद चुनाव आयोग ने अपने आंकलन के आधार पर ट्रांसफर किया है। चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के आरोप को गलत बताते हुए कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आचार संहिता के दौरान चुनाव आयोग की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया जा रहा है, इस तरह के आरोप लगाना बिल्कुल गलत है।

बता दें कि शुक्रवार को चुनाव आयोग ने चार आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था। आरोप है कि इन अधिकारियों का तबादला राज्य सरकार से सुझाव लिए बिना किया गया। जिन चार अधिकारियों का तबादला किया गया उसमे कोलकाता और बिधनगर के पुलिस कमिश्र, बीरभूमि और डायमंड हार्बर के एसपी का नाम शामिल है। चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि ये अधिकारी चुनावी ड्यूटि में हिस्सा नहीं लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा था कि ममता दीदी को अंदाजा लग गया है कि उनकी सियासी जमीन खिसक रही है, इसीलिए वह चुनाव आयोग से नाराज हैं।