चुनावी साल में पेश होने वाले बजट से आम लोगों को काफी आशा

लोकसभा चुनाव के पहले मोदी सरकार अंतरिम बजट पेश करने जा रही है। आमतौर पर चुनावी साल में पेश होने वाले बजट से आम लोगों को काफी आशा रहती है। इस बार भी कुछ ऐसा ही है लेकिन अब ये साफ हो चुका है कि यह आम बजट होने की बजाए अंतरिम बजट होगा।

वित्त मंत्री अरुण जेटली इलाज के लिए देश से बाहर हैं। उनकी जगह पीयूष गोयल यह बजट पेश करेंगे। जैसा कि अंतरिम बजट में होता है उसी तरह इस अंतरिम बजट में पूरे वित्त वर्ष के लिए संभावित आय-व्यय का अनुमान पेश किया जाएगा, लेकिन शुरुआती कुछ महीनों के खर्चे के लिए ही मंजूरी मांगी जाएगी।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- वो लोक लुभावन बजट पेश करने की कोशिश करेंगे क्योंकि लोकसभा चुनाव सामने है। वैसे अब तक जो बजट उन्होंने पेश किए हैं उनमें आम जनता का कोई फायदा नहीं हुआ। आज भी केवले जुमले ही सामने आ सकते हैं। वैसे भी उनके पास सिर्फ चार महीने ही हैं। ऐसे में वो योजनाओं को लागू कैसे करेंगे?