चीन से निपटने के लिए तैयार हुआ ये देश , खुलकर दी ये चेतावनी…

भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देश वैकल्पिक सप्लाई चेन को लेकर गंभीरता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उनका कहना है कि भारत इस मुद्दे को लेकर कई प्रमुश देशों के संपर्क में बना हुआ है।

 

एक समय था जब ऑस्ट्रेलिया की चीन पर निर्भरता काफी बढ़ने लगी थी, लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया भी चीन पर निर्भरता को कम करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और लगातार इस मुद्दे पर भारत से बातचीत कर रहा है।

ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री ने इस बातचीत के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलिया और भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने में हमारा न सिर्फ साथ दिया है .

बल्कि मार्गदर्शन भी किया गया है। उन्होंने आगे लिखा कि अक्टूबर महीने में हमारी मुलाकात के बाद आज हमारे मित्र डॉ जयशंकर से हमारी कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई।

बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिसे पायने से विभिन्न क्षेत्रियों और वैश्विक घटनाक्रमों को लेकर हुई बातचीत की जानकारी दी।

विदेश मंत्री ने ट्वीट कर लिखा, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री के साथ बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि इस दौरान क्षेत्रिय और वैश्विक घटनाक्रमों की समीक्षा की साथ ही मौजूदा मुद्दों पर भी चर्चा हुई। ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री ने भी भारतीय विदेश मंत्री के साथ हुई बातचीत को कई मायनों में अहम करार दिया।

चीन की विस्तारवादी नीति पर रोक लगाने के लिए भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने कमर कस ली है। दरअसल, क्वाड (Quad) में साथी ऑस्ट्रेलिया अब चीन के साथ विचार-विमर्श की रणनीति को छोडकर खुलकर भारत का साथ देने के लिए तैयार है।

दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बीते मंगलवार को सामरिक व रणनीतिक भागीदारी के अलावा वैकल्पिक सप्लाई चेन को लेकर हुई बातचीत संबंधों के अधिक मजबूत होने की पुष्टि करती है।