पूर्वी लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) तक सड़क निर्माण पांच महीने से चीन के साथ चल रहे सैन्य गतिरोध के बावजूद सभी प्राथमिकताओं में में से एक था।
दुर्बुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी मार्ग (डीएस-डीबीओ) का निर्माण अब अंतिम दौर में है। इसके अलावा लद्दाख से जुड़ीं कई अन्य परियोजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है।
इसके साथ उसने अड़ंगेबाजी करने के अलावा अपने विरोध को मौजूदा हालातों तक पहुंचाया लेकिन भारत ने अपना कार्य नहीं रोका और डीबीओ तक रणनीतिक सड़क तैयार करके चीन को चौंका दिया है।
अब इस रोड पर सिर्फ ब्लैक टॉपिंग होना बाकी है जो इस महीने के अंत तक पूरी हो जाएगी। इससे गलवान घाटी को जोड़ने के लिए 10 किलोमीटर की लिंक रोड भी बहुत तेजी से बन रही है।
वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) पर चीन के साथ जिस सड़क निर्माण को लेकर गतिरोध शुरू हुआ था, वह अब बनकर लगभग तैयार हो गई है। दौलतबेग ओल्डी (डीबीओ) तक सड़क बनाने का फैसला शुरू से ही चीन को अखरा था। हालांकि चीन को यह गलतफहमी थी कि भारत शायद ही यह मुश्किल कार्य कर पाए।