चीन व अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में विवाद, भारत की भी बढ़ी चिंता

चीन व अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में विवाद व बढ़ गई है. दोनों राष्ट्रों के बीच वाशिंगटन में कारोबारी संबंध सुधारने के लिए होने वाली मीटिंग से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बोला कि चाइना ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौता रद्द कर दिया है. हालांकि, गुरुवार को फिर उन्होंने बोला कि के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से एक लेटर मिला है. दोनों राष्ट्रों के बीच व्यापार बातचीत को बचाने की अब भी गुंजाइश है.

उन्होंने बोला अमेरिका तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि उसके कर्मचारियों को ठगा जाना व उनकी नौकरियों को चुराये जाने पर रोक नहीं लगाई जाएगी . अमेरिका व चाइना के प्रतिनिधियों की व्यापार बातचीत के आखिरी दौर के लिए गुरुवार को वाशिंगटन में मुलाकात हो रही है जिसमें अमेरिका की ओर से चाइना के उत्पादों पर भारी आयात शुल्क लगाये जाने को लेकर चर्चा होगी तथा इस शुल्क को कम किये जाने को लेकर वार्ता की भी आसार है .

चीन ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 200 अरब डॉलर के सामान के आयात पर शुल्क बढ़ाते हैं तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा . शुल्क में यह बढ़ोतरी शुक्रवार से लागू होनी है .

भारत की भी बढ़ी चिंता
अमेरिका व चाइना के बीच कारोबारी जंग की आग फिर भड़क उठी है . इससे हिंदुस्तान की भी चिंता बढ़ा दी है . ट्रंप हिंदुस्तान पर भी अधिक शुल्क को लेकर निशाना साधते रहते हैं . वह हिंदुस्तान की ओर से अमेरिकी सामानों पर लगए गए शुल्कों को अनुचित करार दे चुके हैं . विशेषज्ञों का बोलना है कि ट्रंप के इस रवैये से हिंदुस्तान की भी चिंता बढ़ा दी है .

चीन पलटवार को तैयार
चाइना ने बोला कि वह पलटवार करने के लिए पूरी तरह तैयार है . संसार की दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक संबंध में तनाव समाप्त करने के लिए आयोजित होने वाली 11वें दौर की अहम मीटिंग से पहले यह घटनाक्रम सामने आया है . चाइना के उप पीएम लियू हे व अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटाइजर व अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीव मेनुचिन के बीच वाशिंगटन में गुरुवार-शुक्रवार को बातचीत प्रस्तावित है . बातचीत से पहले ट्रंप के बयान पर चाइना ने बोला कि ऐसा होता है तो वह जवाबी कदम उठाएगा .