चीन में घुसी इस देश की सेना, बिगड़ सकते हालात, किसी भी वक्त…

इसके अलावा भारी विमानों को जासूसी मिशन पर तैनात नहीं किया जाता है। साथ ही ये माना जा रहा है कि अमेरिका ने चीन को चेतावनी भेजने के लिए यह कदम उठाया है। एयरक्राफ्ट स्पॉट्स के ट्वीट में बताया गया है कि यूएस विमानों की आखिरी लोकेशन पूर्वी चीन सागर में चीन के हवाई क्षेत्र में थी।

इसके साथ ही फ्लाइट मॉनीटर एयरक्राफ्ट स्पॉट्स ने मंगलवार को सुबह बताया कि दो यूएसए F B-1 बमवर्षक विमानों ने चीन के ADIZ में प्रवेश किया और कुछ देर बाद वापस लौट आये। आपको बता दें कि B1-B में किसी भी बमवर्षक की तुलना में सबसे बड़ा पेलोड है और अमेरिकी सेना पहले भी इसका इस्तेमाल करती रही है।

ऐसे में अब अमेरिका का इस कदम से साफ कहा जा सकता है कि एक तरह से अमेरिका द्वारा चीन को खुली चेतावनी है कि अगर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तो यूएस एयरफोर्स उसे घर में घुसकर मारने की क्षमता रखती है। साथ ही अमेरिकी विमान ऐसे समय में चीनी हवाई सीमा में दाखिल हुए, जब ड्रैगन यानी चीन एक बड़ा नौसेना अभ्यास कर रहा है।

इन दिनों अमेरिका में राजनीतिक सत्ता हस्तांतरण के पीछे सियासी आपदा चल रही है, पर दूसरी तरफ चीन को लेकर उसकी नीतियां बिल्कुल स्पष्ट हैं।

ऐसे में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फ्लाइट मॉनीटर एयरक्राफ्ट स्पॉट्स के मुताबिक, अमेरिका ने हाल ही में चीन के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में दो लंबी-रेंज वाले बमवर्षक विमान भेजे थे। इन दिनों की ये सबसे ताजा खबर है।