चीन पर किया इस देश ने हमला , भारी संख्या में सेना, हथियारों के साथ…

भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव बना हुआ है. दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की बातचीत भी हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल सका है.

दोनों तरफ की सेनाएं सर्दियों में भी डटी हुई हैं. भारत भी फॉरवर्ड एरिया में अपने सैनिकों को गर्म कपड़े और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में लगा हुआ है.

जी ने कहा, चीन की सरकार ने लगातार दोहराया है कि चीनी कंपनियां अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करें और कानून और नैतिकता के दायरे में रहते हुए ऑपरेट करें.

चीनी दूतावास की प्रवक्ता जी ने कहा कि भारत और चीन एक-दूसरे के लिए खतरे के बजाय विकास के अवसरों का प्रतिनिधित्व करते हैं. दोनों पक्षों को पारस्परिक हितों के लिए द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक रिश्तों को सही दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए. दोनों देशों को बातचीत के जरिए एक-दूसरे के लिए सकारात्मक माहौल बनाना चाहिए.

जी ने भारत से चीनी ऐप पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने की मांग करते हुए कहा है कि ये कदम विश्व व्यापार संगठन के नियमों के खिलाफ है. उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष चीन समेत सभी देशों के लिए बिना भेदभाव के बाजार में पहुंच सुनिश्चित करेगा और विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन करने वाले कदमों को वापस लेगा.

चीन ने बुधवार को भारत के चीनी ऐप बैन करने के फैसले को लेकर आपत्ति जाहिर की है. भारत ने मंगलवार को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए चीनी मूल के 43 ऐप बैन कर दिए थे. चीन ने भारत के इस कदम को विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन करार दिया है.

लद्दाख में मई महीने में भारत और चीन की सेना के बीच हुई झड़प के बाद से ये चौथी बार है जब भारत ने चीनी मूल के ऐप पर बैन लगाया है. अब तक, भारत करीब 267 चीनी ऐप पर बैन लगा चुका है.

भारत स्थित चीनी दूतावास की प्रवक्ता जी रोंग ने कहा, चीन से जुड़े मोबाइल ऐप्स को बैन करने के लिए भारत लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा का सहारा ले रहा है. इसका हम कड़ा विरोध करते हैं.