चीन ने बनाई ये खतरनाक मिसाइल, कर सकता है इस देश पर हमला

खबर के अनुसार ‘लॉन्ग मार्च-4सी’ रॉकेट से ‘याओगान-33’ उप्रग्रह का प्रक्षेपण किया गया और यह निर्धारित कक्षा में प्रवेश कर गया है। मिशन के तहत ‘माइक्रो और नैनो’ टेक्नोलॉजी प्रायोगिक उपग्रह को भी कक्षा में भेजा गया है।

इन दोनों उपग्रहों का इस्तेमाल वैज्ञानिक प्रयोगों, भूमि संसाधन सर्वेक्षण, फसल उपज अनुमान और आपदा संबंधी पूर्वानुमानों में किया जाएगा।

चीन ने एक नए रिमोट सेंसिंग उपग्रह का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार उत्तर-पश्चिमी चीन में ‘जियुक्वान सैटेलाइट प्रक्षेपण केंद्र’ से रविवार रात एक उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया।