चीन ने किया ये खतरनाक काम, जानकर लोग हुए हैरान

अमेरिका के अपोलो ऐस्ट्रोनॉट्स ने 1969 से 1972 के बीच 6 झंडे लगाए थे। पहला झंडा नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज ऐल्ड्रिन ने 51 साल पहले लगाया था। चीन भी अपने ऐस्ट्रोनॉट चांद पर भेजना चाहता है और 2022 तक स्पेस स्टेशन भी बनाना चाहता है। चीन ने 1970 में पहली सैटलाइट लॉन्च की थी लेकिन 2003 में वह पहली ह्यूमन स्पेसफ्लाइट भेज सका था।

 

चीन के इस अतंरिक्ष यान द्वारा चंद्रमा से जुड़ी बहुत सी जानकारी सामने आ सकती है। खासकर उसकी मिट्डी और चट्टान के नमूनों से चंद्रमा की उत्पत्ति, भूगर्भीय विकास और ज्वालामुखी से जुड़ी जानकारी सामने आ सकती है। स्पेस प्रोब का 16 दिसंबर को इनर मंगोलिया में उतरने में उम्मीद है। वहां से, नमूनों को विश्लेषण के लिए विशेष प्रयोगशालाओं में पहुंचाया जाएगा।

अंतरिक्ष में चीन ने अपना एक और कारनामा कर दिखाया है। चीन ने चांद की सतह पर अपना झंडा गाड़ दिया है। चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने चंद्रमा पर फहराए गए अपने झंडे का फोटो शेयर किया है.

जो कि चांग-5 स्पेसक्रॉफ्ट से लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब यह चांद से सैंपल लेकर धरती की ओर निकल चुका है। पेइचिंग की स्पेस अथॉरिटी ने इसकी तस्वीर जारी की है। इससे पहले सिर्फ अपोलो मिशन के दौरान अमेरिका का झंडा चांद पर लगाया गया था।