चीन को इस देश ने दिखाई आँख, भेजा लड़ाकू विमान

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि शैनडॉन्ग चार अन्य युद्धपोतों के साथ ताइवान स्ट्रेट से गुजरा। उसके पास होने की सूचना पर ताइवान की नौसेना ने तत्काल अपने छह युद्धपोत और आठ लड़ाकू विमान स्ट्रेट के लिए रवाना किए लेकिन तब तक चीनी बेड़ा इलाके से बाहर जा चुका था।

शैनडॉन्ग एक साल पहले ही चीन की नौसेना में शामिल हुआ है। यह चीन का दूसरा विमानवाहक पोत है। ताइवान स्ट्रेट ताइवान की सीमा से सटा समुद्री क्षेत्र है। इससे पहले अमेरिकी यु्द्धपोत ने शनिवार को ताइवान स्ट्रेट का दौरा किया था।

चीनी युद्धपोत के ताइवान स्ट्रेट से गुजरने यह कोई पहली घुसपैठ नहीं है लेकिन इस समय जबकि उसका ताइवान के साथ तनाव चल रहा है, तब इस पर ज्यादा गौर किया जा रहा है। चीन का दावा है कि ताइवान उसका हिस्सा है .

जबकि ताइवान इसे नकारता रहा है। ताइवान ने इस गतिविधि पर विरोध जताया है जबकि चीन ने कहा है कि वह अपनी संप्रभुता की मजबूती के लिए ऐसा करता है। चीन ने कहा है कि ताइवान स्ट्रेट से उसके युद्धपोत नियमित गश्त के दौरान गुजरते हैं, यह कोई विशेष बात नहीं है।

ताइवान की अमेरिका के साथ बढ़ती निकटता से चीन चिढ़ा बैठा है और ताइवान की सीमाओं में घुसपैठ से बाज नहीं आ रहा है।अब चीन का नया विमानवाहक युद्धपोत शैनडॉन्ग ताइवान के संवेदनशील स्ट्रेट में घुस गया।

लेकिन जैसे ही चीनी युद्धपोत संवेदनशील स्ट्रेट से होकर गुजरा वैसे ही ताइवान ने उसका पीछा करने के लिए अपने जल क्षेत्र में युद्धपोत सक्रिय कर दिए और लड़ाकू विमान उड़ा दिए। यह सब रविवार को ताइवान स्ट्रेट से अमेरिकी विध्वंसक बेड़े के गुजरने के एक दिन बाद हुआ।