चीन को अब इस खतरनाक हथियार से जवाब देगा भारत, भारी संख्या में सीमा पर किया तैनात

चीन को साफ संदेश दिया गया है कि धक्का-मुक्की और झड़प की कार्रवाई अब बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्हें साफ समझा दिया गया है कि अगर चीनी सैनिकों की तरफ से पारंपरिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ तो भारतीय सैनिक गोलियां चलाने में देर नहीं करेंगे।

भारत ने बिल्कुल साफ-सुथरी भाषा में चीन से कहा कि अगर क्षेत्र में हालात नियंत्रण से बाहर हुए तो हमारे सैनिक गोलियां चलाने से भी तनिक भी नहीं हिचकेंगे। कुल मिलाकर चीन को सीधा संदेश दे दिया गया है कि मजबूर किया गया तो भारत संघर्ष से पीछे नहीं हटेगा।

एक सूत्र ने गुरुवार को बताया, 21 सितंबर को छठे दौर की बातचीत में भारत ने चीन के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी और कहा कि पीपबल्स लिबरेशन आर्मी को कोई आक्रामक कार्रवाई नहीं करनी चाहिए, वरना भारतीय सैनिक अपनी रक्षा के लिए कदम उठाएंगे और आत्मरक्षा में फायरिंग भी करेंगे।’

भारत अब चीनी को उसी की भाषा में जवाब दे रहा है। हर मोर्च पर विफल चीन यह जान चुका है कि भारत अब किसी भी सूरत में दबने वाला नहीं है। 10 दिन बाद 14 कॉप्र्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और साउथ शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट चीफ मेजर जनरल लियु लिन की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडलों के बीच सातवें दौर की बातचीत होनी है ताकि वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटे अग्रिम मोर्चों से अतिरिक्त सैनिकों की वापसी सुनिश्चित की जा सके।