चीन के सामने इस देश ने टेके घूटने , खोला मोर्चा…

क्वाड (QUAD) मकसद एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति की स्थापना और शक्ति का संतुलन है। इसके जरिये प्रशांत महासागर, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया में फैले एक विशाल नेटवर्क को जापान तथा भारत के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

साल 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने क्वाड का प्रस्ताव रखा था, जिसे भारत, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया ने समर्थन दिया। इसके बाद यह निष्क्रिय हो गया। लेकिन 2017 में एक बार फिर क्वाड सदस्य मिले और वर्ष 2019 में इनके विदेश मंत्रियों की बैठक हुई।

बीजिंग ने इन सभी चार QUAD सदस्यों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। QUAD एक अनौपचारिक संगठन है लेकिन इसके निशाने पर चीन है। साथ ही QUAD इंडो-पैसिफिक (Indo-Pacific region)और हिंद महासागर की सुरक्षा पर इसके प्रभाव को करीब से देख रहा है।

QUAD देशों के विदेश मंत्रियों की अगली बैठक 6 अक्टूबर टोक्यो में होने जा रही है। इस बैठक में क्षेत्रीय मसलों पर बातचीत होगी। इस बैठक में हिस्सा लेने के भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिनों के टोक्यो दौरे पर जाएगे। इस बैठक से पहले अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है। अमेरिका ने साफ कहा है कि चीन अपनी विस्‍तारवादी नीति से बाज आए अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है।

भारत से सरहद पर तनाव बढ़ाकर भूमाफिया चीन की दुनियाभर में पोल खुल गई है। चीन की दादागिरी से परेशान तमाम देश लगातार लामबंद हो रहे हैं। आज की तारीख में ऐसा कोई भी पड़ोसी नहीं है जो चीन से परेशान नहीं है।

हालांकि पाकिस्ता समेत एक-दो ऐसे देश हैं जो हकीकत को जानते हुए भी अपनी मजबूरी के तहत चीन के सामने घूटने टेके हुए हैं। भूमाफिया चीन की लगातार बढ़ती दादागिरी पर लगाम लगाने के लिए भारत, यूएस, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने एक नया संगठन बनाया है। इस संगठन का नाम क्वाड (QUAD) यानी क्वाड्रीलैटरल सिक्टोरिटी डायलॉग रखा गया है।