चीन कर रहा है नेपाल की मदद, भेज रहा कोरोना वैक्सीन

चीन एशिया के अन्य देशों श्रीलंका और बांग्लादेश को वैक्सीन की सप्लाई कर रहा है. हालही में श्रीलंका में चीन की सिनोफार्म वैक्सीन (Sinopharm vaccine) की कीमत पर एक विवाद छिड़ गया थ.

कहा गया था कि चीनी कंपनी ने अपनी वैक्सीन कोलंबो को अपने साथी दक्षिण एशियाई देश बांग्लादेश की तुलना में ज्यादा महंगी बेची. डेली मिरर के अनुसार श्रीलंका सिनोफार्म वैक्सीन के लिए प्रति डोज 15 डॉलर का भुगतान कर रहा है, जो कि बांग्लादेश द्वारा भुगतान की गई राशि से 5 अमरीकी डॉलर अधिक है.

हालांकि मीडिया रिपोर्ट के विपरीत देश के फार्मास्युटिकल्स राज्य मंत्री प्रोफेसर चन्ना जयसुमा ने कहा “बांग्लादेश के लिए 10 अमरीकी डालर में वैक्सीन देने के लिए ऐसा कोई समझौता नहीं है.”

मंत्री ने कहा कि उन्हें चीनी दूतावास और सिनोफार्म कंपनी द्वारा सूचित किया गया था कि बांग्लादेश के लिए 10 अमरीकी डालर में वैक्सीन देने के लिए कोई समझौता नहीं हुआ है.

चीन निर्मित टीकों की दस लाख डोज, जिन्हें पहले अनुदान पर उपलब्ध कराने की घोषणा की गई थी, मंगलवार को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 800,000 डोज पहुंची.

इससे पहले नेपाल एयरलाइंस के विमान का एक चार्टर्ड कार्गो ने चीन द्वारा प्रदान किए गए COVID-19 टीके लाने के लिए सोमवार को चीन के लिए उड़ान भरी. चीन निर्मित वैक्सीन के आने के साथ नेपाल 8 जून से अपनी बुजुर्ग आबादी को लक्षित करते हुए टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए तैयार है.

नेपाल को मंगलवार को अपने पडोसी चीन से COVID-19 टीकों की 800,000 डोज की खेप प्राप्त की. नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा “चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा 26 मई 2021 को राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई थी.

जिसमें COVID-19 वैक्सीन की 800,000 देने की बात कही गई थी. नेपाल ने कहा वैक्सीन की एक खेप आज काठमांडू पहुंच गई है.” चीन ने 26 मई को नेपाल के लिए COVID-19 टीकों की 10 लाख खुराक देने की घोषणा की थी.