चक्रवात तूफान ‘फानी’ को लेकर पीएम मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग, अपनाया बचने का ये तरीका

बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात तूफान ‘फानी’ (Cyclone Fani) ने अब भयंकर रूप धारण कर लिया है, ऐसी संभावना है कि शुक्रवार दोपहर को पुरी जिले के चंद्रभागा से 10 किलोमीटर उत्तर में टकराएगा, जिससे ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कम से कम 19 जिले प्रभावित होंगे, तूफान के तट से टकराने के दौरान हवा की गति 175-185 किलोमीटर प्रति घंटा से 205 किलोमीटर प्रति घंटा तक होने की संभावना है, जिससे ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कम से कम 19 जिले प्रभावित होंगे।

गौरतलब है कि फानी तूफान के दस्तक के दौरान समुद्र में डेढ़ मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें उठ सकती हैं, वहीं पुरी, खोरधा, कटक और जगतसिंहपुर जिलों में मूसलाधार बारिश होने और 175 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलने का पूर्वानुमान है, ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भी इस तूफान का असर पड़ने की आशंका है।

आठ लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा चुका है
ओडिशा के कुछ हिस्सों में येलो और कुछ में रेल अलर्ट जारी
ओडिशा के कुछ हिस्सों में येलो और कुछ में रेल अलर्ट जारी किया गया है, सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गुरुवार से सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं और तटीय जिलों में रह रहे आठ लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा चुका है।

इस तूफान का असर यूपी बिहार और उत्तराखंड पर भी पड़ने वाला है, इसलिए वहां को किसानों को भी सतर्क रहने को कहा गया है, इस बारे में आईजी कोस्ट गार्ड ईस्ट परमेश ने कहा है कि एनडीआरएफ और राज्य प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 25 अप्रैल से हमारे शिप और एयरक्राफ्ट लगातार क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं और हम मछुआरों को मौसम की चेतावनी भेज रहे हैं तो वहीं कल पुरी जिले में भूस्खलन होने की आशंका है इसलिए इस वक्त ओडिशा के तटीय इलाकों को खाली करा दिया है।