गो-एयर फ्लाइट के पायलट्स ने बर्ड-स्ट्राइक के बाद गलत तरीके से बंद किया इंजन

दिल्ली से मुंबई जा रही गो-एयर फ्लाइट के पायलट्स ने बर्ड-स्ट्राइक के बाद गलत इंजन बंद कर दिया था। ये घटना 21 जून, 2017 को हुई थी। डीजीसीए की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। बर्ड-स्ट्राइक के कारण फ्लाइट का इंजन नंबर 2 प्रभावित हुआ था, जबकि गोएयर विमान के पायलट्स ने इंजन नंबर 1 को बंद करने का फैसला किया था।

जब विमान ने 3,330 फीट की ऊंचाई पर चढ़ना बंद कर दिया, पायलटों को अपनी गलती का एहसास हुआ, और उन्होंने इंजन 1 को ऑन किया। इसके बाद विमान को दिल्ली हवाई अड्डे पर वापस लाया गया। इस बात का जिक्र 5 नवंबर, 2018 की रिपोर्ट में है। रिपोर्ट में दोनों पायलट्स के खिलाफ उचित एक्शन लेने की सिफारिश की गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि, ये घटना उच्च कंपन से प्रभावित इंजन की गलत पहचान के कारण हुई, उसके बाद तय प्रक्रियाओं का पालन न करने, जागरूकता की कमी, खराब कॉकपिट संसाधन प्रबंधन और बर्ड-स्ट्राइक के दौरान आपात स्थिति में विमान की गलत हैंडलिंग के कारण हुई।’

इंजन-1 को बंद कर दिया था

यह घटना एक ए 320 विमान के साथ हुई, जिसमें 21 जून, 2017 को कुल 156 यात्री सवार थे। जांच में पाया गया था कि टेक-ऑफ के दौरान विमान के इंजन-2 पर बर्ड-स्ट्राइक हुई थी। दोनों चालक दल ने असामान्य साउंंड और कंपन महसूस किया, लेकिन पीआईसी (पायलट प्रभारी) ने उड़ान के दौरान समस्या की जांच करने का फैसला किया और विमान को टेक-ऑफ से पहले रोका नहीं गया। उस वक्त विमान उंचाई पर पहुंच रहा था और इंजन नं. 1 बंद था। करीब दो-तीन मिनट के बाद पायलट्स को इस गलती का एहसास हुआ। इसके बाद सिंगल इंजन पर विमान को दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड किया गया था।