गूगल ने चाइना की टेलीकॉम कंपनी हुवावे का प्रयोग करने पर लगाई पाबंदी, जानिए ये है वजह

गूगल ने चाइना की टेलीकॉम कंपनी हुवावे द्वारा एंड्रॉयड का प्रयोग करने पर पाबंदी लगा दी है. हुवावे के Smart Phone पर अब गूगल ऐप्स भी एक्सेस नहीं हो पाएंगे.अमेरिका द्वारा हुवावे को एनटिटी लिस्ट में शामिल करने की वजह से गूगल ने हुवावे पर रोक लगाई है. अमेरिका की एनटिटी लिस्ट में शामिल कंपनियां वहां की फर्मों से बिना लाइसेंस व्यापार नहीं कर सकती हैं.

    1. हुवावे की ओर से वैसे कोई रिएक्शन नहीं आई है. हालांकि, दो महीने पहले कंपनी के सीईओ (कंज्यूमर प्रोडक्ट डिविजन), रिचर्ड यू ने बोला था कि हुवावे प्लान बी के तहत मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार कर रही है.
    2. सीसीएस इनसाइट कंसल्टेंसी के बेन वुड का बोलना है कि गूगल के निर्णय से हुवावे को कंज्यूमर बिजनेस में दिक्कतें आएंगी. हालांकि, हुवावे ओपन सोर्स लाइसेंस के जरिए उपलब्ध एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का वर्जन प्रयोग कर सकती है.
    3. हुवावे संसार की सबसे बड़ी टेलीकॉम उपकरण निर्माता  दूसरी बड़ी Smart Phone विक्रेता कंपनी है. अमेरिका को उस पर चाइना के लिए जासूसी का संदेह है. हुवावे ने अपने उपकरणों से सुरक्षा के खतरे के आरोपों से मना किया है.
    4. अमेरिका के कहने पर पिछले वर्ष हुवावे की सीएफओ मेंग वांगझू की कनाडा में गिरफ्तारी हुई थी. अभी वो जमानत पर हैं. अमेरिका मेंग के प्रत्यर्पण की प्रयास कर रहा है. हुवावे द्वारा ईरान पर लागू अमेरिकी प्रतिबंध तोड़ने के आरोप में मेंग की गिरफ्तारी हुई थी.