गुरुवार को है पौष पूर्णिमा, जाने गंगा स्नान का है खास महत्व

 पूर्णिमा के दिन मांस-मदिरा लहसन,प्याज के सेवन से बचना चाहिए.  इस दिन लोगों को अपशब्द कहने गाली-गलौज से बचना चाहिए.  पौष पूर्णिमा के दिन चावल का दान करना चाहिए.

 

शास्त्रों में चावल के दान का विशेष महत्व बताया गया है. पूर्णिमा के दिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. इससे मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.

इस दिन गंगा नदी में स्नान या नहाने के पानी में गंगा मिलाकर स्नान करना चाहिए. पूर्णिमा पर गरीबों को फल, अन्न, कपड़ा, धन जैसी चीजें दान करनी .

पौष पूर्णिमा शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 28 जनवरी 2021 गुरुवार को 01 बजकर 18 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्त- 29 जनवरी 2021 शुक्रवार की रात 12 बजकर 47 मिनट तक

28 जनवरी, गुरुवार को पौष पूर्णिमा पड़ रहा है. हिंदू धर्म में पौष माह का विशेष महत्व बताया गया है. पौष माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहते हैं. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती हैं.

वहीं पौष पूर्णिमा पर गरीब, जरूरतमंद को दान देने से पुण्य लाभ मिलता है मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही सभी इच्छाएं भी पूर्ण होती है. पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान के साथ सूर्य को अर्घ्य देने का भी विशेष महत्व है.