गर्लफ्रेंड के शौक को पूरा करने के लिए इस युवक ने किया ये काम, जानकर लोग हो रहे हैरान

उत्तर प्रदेश के मेरठ में परतापुर पुलिस ने दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में पांच सौ से ज्यादा बुलेट चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है.

Image result for 'बुलेट चलते हेलमेट पहने

पुलिस ने गैंग के दो शातिर बदमाशों को अरैस्ट कर लिया, जबकि तीन फरार चल रहे हैं. गैंग में दो सगे भाई शामिल हैं, जिनमें से एक पकड़ा गया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गर्लफ्रेंड के शौक सारे करने व अय्याशी के लिए वह चोरी करते थे. पहले भी वह कई बार कारागार जा चुके हैं. तीन राज्यों की पुलिस इस गैंग से परेशान थी.

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि बुलेट चोरी करने वाले अंतरराज्यीय रैकेट के दो सदस्यों रमन उर्फ रोहन निवासी ग्राम बेरी थाना भराहन जिला झझर हरियाणा व विपिन उर्फ देशी निवासी बाफर जानी को हिरासत में लिया है. वहीं विपिन का भाई सचिन, ऋषभ यादव उर्फ गोलू निवासी लाल क्वार्टर रजबन मार्केट व राहुल निवासी पांचली जानी फरार चल रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है. विपिन व सचिन लंबे समय से वाहन चोरी का कार्य कर रहे हैं. पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि पिछले सात वर्ष से उनका रैकेट कार्य कर रहा है. वह अब तक पांच सौ से ज्यादा बुलेट चोरी कर चुके हैं.

दिल्ली, हरियाणा व उत्तरप्रदेश के कई जिलों में उन्होंने बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया. अय्याशी व अपनी गर्लफ्रेंड के शौक सारे करने के लिए वह चोरी करते थे. एक बुलेट को एक महीने चलाने के बाद बेच देते थे. बुलेट चोरी कई बार वह गर्लफ्रेंड को लेकर देहरादून, मसूरी, लैंसडाउन घूमने जा चुके हैं. पुलिस ने इनके कब्जे से सात बुलेट, एक अपाची, एक पैशन प्रो, एक स्पलेंडर, एक स्कूटी, सीडी डिलक्स बाइक, एक एक्टिवा, एक डिस्कवर समेत 16 वाहन बरामद किए गए हैं.

कई पुलिसवालों की भी उठा चुके हैं बुलेट
बदमाश हरियाणा व दिल्ली में कई पुलिसवालों की बुलेट भी चोरी कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि दरोगा व सिपाहियों की बुलेट को भी निशाना बनाने से बदमाश नहीं चूकते थे. मौका हाथ लगते ही चोरी कर लेते थे. पुलिस अब उन लोगों को भी ट्रेस कर रही है, जिन्होंने बुलेट खरीदी है.

जमानत पर चल रहे हैं सभी आरोपी
सीओ ब्रह्मपुरी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि रमन उर्फ रोहन व विपिन के विरूद्ध दिल्ली, गाजियाबाद, कंकरखेड़ा में 15 मुकदमे कायम हैं. इसके अतिरिक्त विपिन के विरूद्ध मेरठ के जानी, दिल्ली, गाजियाबाद व कंकरखेड़ा में 12 अन्य मुकदमे कायम हैं. कई बार आरोपी कारागार जा चुके हैं. जमानत पर आने के बाद फिर से इन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम देना प्रारम्भ कर दिया.