खेल एक बार फिर दो शत्रु राष्ट्रों दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया को करीब लाने का कार्य कर रहा है। ये दोनों देश की मेजबानी के लिए दावा कर सकते हैं। इन दोनों राष्ट्रों के दलों ने इसी वर्ष इंडोनेशिया में हुए एशियन गेम्स में एक साथ मार्च किया था। जबकि, इससे पहले दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग में हुए शीतकालीन ओलंपिक में दोनों राष्ट्रों की संयुक्त आईस हॉकी टीम ने भाग लिया था।
दक्षिण कोरिया व उत्तर कोरिया ने खेल से संबंधित गठबंधन के लिए कार्य-स्तर पर चर्चा करने का फैसला लिया है। दोनों राष्ट्रों की यह कार्यस्तर की मीटिंग काएसोंग कस्बे में स्थित संयुक्त अंतर-कोरियाई संपर्क ऑफिस में आयोजित की जाएगी। इसमें 2032 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की संयुक्त मेजबानी का विषय भी शामिल होगा। सियोल के एकीकरण मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
माना जा रहा है कि दोनों टीमें 2020 में होनेे टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में भी साथ आने का कोशिश कर सकते हैं। मीटिंग में इस मुद्दे पर भी विचार किया जाएगा। दक्षिण व उत्तरी कोरिया के बीच यह बातचीत प्योंगयांग डिक्लेरेशन के लागू होने का नतीजा है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेए इन व शीर्ष उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग यून ने सितंबर में प्योंगयांग में अपने तीसरे शिखर सम्मेलन के बाद इस प्योंगयांग डिक्लेरेशन पर हस्ताक्षर किए थे। इसी के तहत अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आईओसी) व अन्य अंतर्राष्ट्रीय खेल महासंघों से चर्चा के बाद दोनों कोरियाई राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में संयुक्त रूप से भाग लेने के लिए राजी हो गए थे।
इंडोनेशिया ने भी एशियन गेम्स के पास आयोजन के बाद 2032 में होने वाले ओलंपिक की मेजबानी के लिए दावा करने का फैसला लिया है। अगले तीन ओलंपिक की मेजबानी तय हो चुकी है। वर्ष 2020 में जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक का आयोजन होगा। इसी तरह 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस इसकी मेजबानी करेगा। जबकि, 2032 में अमेरिकी शहर लॉस एंजिल्स में ओलंपिक गेम्स होंगे।