खुशखबरी: छोटे शहरों में भी रिटेल स्टोर खोलेगी रिलायंस

छोटे दुकानदार जीएसटी और नोटबंदी की मार से अभी संभले भी नहीं कि उनपर दूसरी मार पड़ने वाली है। दरअसल यह किसी टैक्स या लोन की मार नहीं बल्कि रिटेल इंडस्ट्री में कूदने वाली एक बड़ी कंपनी की वजह से पड़ेगी। रिटेल बिज़नेस के लिए रिलायंस की नजर अब छोटे शहरों पर पड़ गयी है। इन शहरों में रिटेल मार्किट पूरी तरह से छोटे-मंझोले दुकानदारों पर टिकी होती है। लेकिन रिलायंस के आने से उनके व्यापर में प्रभाव पड़ने की पूरी सम्भावना बन गयी है।
रिटेल मार्किट में रिलायंस पहले से ही है, लेकिन कंपनी अब तक बड़े शहरो के मार्ट तक ही अपना प्रभुत्व कायम कर सकी है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बड़े शहरों में पैठ जमाने के बाद रिलायंस रिटेल की नजर अब छोटे शहरों पर है। कंपनी टीयर-3 एवं टीयर-4 शहरों में रिलायंस फ्रेश ऐंड ग्रोसरी स्टोर्स खोलने की योजना बना रही है। देश के सबसे बड़े रिटेल ग्रुप ने 75 हजार तक की आबादी वाले छोटे शहरों में स्टोर खोलने का फैसला किया है।

ग्रोसरी रिटेल के लिए कंपनी के सीईओ दामोदर माल ने कहा कि छोटे शहरों में लोगों की आमदनी बढ़ी है इससे उनकी दिलचस्पी में बदलाव आया है। उनकी इच्छाएं बढ़ने की वजह से छोटे शहरों में भी लोग मॉडर्न रिटेल को अपनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमने टेलिविजन पर विज्ञापन शुरू किया था, जिससे छोटे शहरों में मॉडर्न रिटेल के बारे में यह माहौल बना है।

दामोदर ने बताया कि रिलायंस स्मार्ट एक एन्क्लूसिव स्टोर है, जो उच्वर्ग के अलावा काफी तादाद में निम्न मध्यवर्गीय आमदनी वाले उपभोक्ताओं को आकर्षित करता है।

रिलायंस रिटेल तीन ब्रैंड-रिलायंस फ्रेश (कन्विनियंस स्टोर्स), रिलायंस स्मार्ट (हाइपर फॉर्मेट स्टोर्स) और क्विकमार्ट (पेट्रोल पंपों पर) में 540 स्टोर्स का संचालन करती है। दिसंबर 2018 में समाप्त हुई तीसरी तिमाही में कंपनी की आमदनी में ग्रोसरी का योगदान 17 फीसदी, कनेक्टिविटी बिजनस का 34 फीसदी और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स का 31 फीसदी रहा।