खुलासा : अपने घायल पायलट को भारत का समझ बैठा पाकिस्तान, उसके साथ कर दी ये हरकत

पाकिस्तान की वायुसेना ने भारतीय सीमा में आकर आतंकियों की मौत का बदला सेना से लेने का दुस्साहस किया तो भारतीय एयरफोर्स ने इसके एक फाइटर विमान को भी ध्वस्त कर दिया.

भारत की इस कार्रवाई पर पाकिस्तान ने वही पुराना राग अलापा, और कह दिया कि हमारा कोई विमान नहीं गिराया गया. लेकिन पायलट पर पाकिस्तान के दावों ने उसके अपने ही झूठ ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे वह अपने ही जाल में फंसता नजर आया.

पाकिस्तान जो लगातार दावा कर रहा था कि उसने भारत के दो पायलटों को अपनी हिरासत में लिया है दरअसल उसमें एक घायल पायलट उसका ही था, जिसे वह अस्पताल में भर्ती करने का दावा कर रहा था. यही कारण रहा कि अपने बयान के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान को सफाई जारी करनी पड़ी कि भारत का सिर्फ एक ही कमांडर हमारे हिरासत में है.

दूसरी तरफ पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता समेत प्रधानमंत्री इमरान खान ने मीडिया ब्रीफिंग में यह बताया कि उनकी वायुसेना ने भारत के दो विमान (मिग-21) मार गिराए. इसके साथ ही पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने भारत के दो पायलट को अपनी हिरासत में लेने का भी दावा किया, लेकिन बाद में वह इससे पलट गए.

अपने वीडियो संदेश के बाद आसिफ गफूर ने एक ट्वीट किया और जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी हिरासत में सिर्फ एक भारतीय पायलट है. जबकि कुछ घंटे पहले ही उन्होंने दो भारतीय पायलट गिरफ्तार करने का दावा किया था. ऐसे में सवाल उठता है कि पाकिस्तान सेना ने पहले जिन दो पायलट के बारे में जानकारी दी थी, उनमें से एक कहां गया? क्या वह पाकिस्तानी वायुसेना का ही पायलट था, जिसे गलती से भारतीय बताया गया?

ये सवाल इसलिए, क्योंकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट बताया कि उनका एक विमान और एक पायलट लापता है. साथ ही इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के एक विमान को मार गिराया है, जो आसमान से जलता हुआ LoC पार उसी की सीमा में जाकर गिरा है. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या दूसरा पायलट जिसे पाकिस्तान ने अस्पताल में इलाज के लिए भेजने की बात कही थी, कहीं वो उस पाकिस्तानी विमान का पायलट तो नहीं था, जिसे गिराने का दावा भारतीय वायुसेना की तरफ से किया गया है.

हालांकि, पाकिस्तान अभी तक ये मानने को राजी नहीं है कि उसका विमान भारतीय वायुसेना ने मार गिराया है. लेकिन उसकी सेना के प्रवक्ता ने अपना ही बयान बदलकर भारत के दावों पर मुहर लगाने का काम जरूर किया है.