सोमवार को राष्ट्र की न्यायपालिका की सराहना की। आलोचक पत्रकार जमाल खशोगी की मर्डर के बाद राष्ट्र के सबसे भयंकर अंतर्राष्ट्रीय संकटों में से एक में फंसने के बाद यह उनका यह पहला सार्वजनिक बयान है। सार्वजनिक अभियोजक ने पिछले सप्ताह ताकतवर वली अहद शहजादा (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान को दो अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी दूतावास में हुई इस मर्डर में आरोपमुक्त किया था।
लेकिन सीआईए कथित रुप से इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि उन्होंने ही इस मर्डर का आदेश दिया था। अभियोजक ने पांच व्यक्तियों के लिए सज़ा-ए-मौत की मांग की। उन्होंने 11 व्यक्तियों के अभ्यारोपण की घोषणा की।
उन्होंने बोला कि इस मर्डर के सिलसिले में 21 आदमी हिरासत में हैं। शाह ने शीर्ष परामर्श निकाय शूरा काउंसिल में कहा, ‘‘ इंसाफ व समानता के इस्लामिक सिद्धांत पर यह राष्ट्र बना वहमें न्यायपालिका की कोशिश, सार्वजनिक अभियोजन व उन्हें सौंपे गये कार्य के प्रदर्शन पर गर्व है। ’’