खनन घोटाले में मायावती ने किया अखिलेश यादव का बचाव

लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार(12जनवरी) को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन का ऐलान कर दिया। प्रेस कांन्फ्रेस को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि, भाजपा ने हाल ही में सपा-बसपा गठबंधन से घबराकर अखिलेश यादव का नाम खनन घोटाले में उछाला है। वह दोनों पार्टियों के बीच हुए गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। बता दें कि दोनों पार्टियां आगामी लोकसभा चुनाव में 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।

मायावती ने कहा कि, 4 जनवरी को दिल्ली में हुई बैठक में हमनें प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर गठबंधन कर लिया है, इसकी भनक शायद बीजेपी को हो गई थी जिसकी वजह से हमारे सहयोगी अखिलेश यादव की छवि धूमिल करने के लिए जबरन उनका नाम खनन घोटाले में शामिल किया गया। वह दोनों पार्टियों के बीच हुए गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। जिसके लिए इस तरह के हथकड़ों को अपना रही है।

मायावती ने कहा यह नरेंद्र मोदी और अमित शाह की नींद उड़ाने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस है। जनहित में सपा और बसपा का गठबंधन हुआ। बीजेपी के तानाशाही रवैये से जनता परेशान है। लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से भी ऊपर उठकर यह गठबंधन हो रहा है।

बता दें कि, 4 जनवरी को हमीरपुर अवैध खनन घोटाले के मामले में सीबीआई ने लखनऊ में कई जगहों के अलावा आईएएस बी चंद्रकला के लखनऊ आवास पर भी छापेमारी की थी। चंद्रकला हमीरपुर और बुलंदशहर की डीएम रह चुकी हैं और उन पर डीएम रहते हुए अवैध खनन कराने का आरोप है। यह अवध खनन घोटाला अखिलेश यादव की सरकार के दौरान हुआ था। जिसके बाद माना जा रहा था कि, सीबीआई अखिलेश यादव से इस मामले में पूछताछ कर सकती है।