क्लिंटन के बाद अब डोनाल्‍ड ट्रंप पर मोनिका का साया

अमेरिका की एक इंटेलीजेंस ऑफिसर देश के खिलाफ जासूसी कर रही थी और देश के कई अहम राज, साल 2012 में ईरान को दे रही थी। अब एफबीआई इस अधिकारी को गिरफ्तारी करना चाहती है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस ऑफिसर को करीब एक दशक तक सर्वोच्‍च स्‍तर का मिलिट्री क्‍लीयरेंस हासिल था। यह बात बुधवार को सामने आई है और इस ऑफिसर का नाम मोनिक विट बताया जा रहा है। 39 वर्षीय मोनिका साल 1997 से 2008 तक यूएस एयरफोर्स में काउंटर-इंटेलीजेंस ऑफिसर थीं और उन्‍हें मिडिल ईस्‍ट का खासा अनुभव है।

यूएस एयरफोर्स के साथ इंटेलीजेंस ऑफिसर मोनिका

अपने पूरे करियर में मोनिका को यूएस मिलिट्री की ओर से कई बार मिडिल ईस्‍ट में डेप्‍लॉय किया गया था। उन पर काउंटर-इंटेलीजेंस मिशन की जिम्‍मेदारी थी। अमेरिकी सरकार के मुताबिक एक मौके पर वह इंटरनेशनल कॉन्‍फ्रेंस जिसे न्‍यू होराइजन ऑर्गनाइजेशन की ओर से आयोजित किया गया था, वहां पर भी मौजूद थीं। इस ऑर्गनाइजेशन को ईरान के रेवोल्‍यूशनरी गार्ड्स की पैरामिलिट्री शाखा का पीआर संगठन माना जाता है। इस संगठना का मिशन दुनियाभर में इस्‍लामिक रेवोल्‍यूशन के आदर्शों को बढ़ावा देना था।

2009 से गायब थीं विट

विट के मिशन के तहत इस कॉन्‍फ्रेंस में आए लोगों के बारे में जानकारियां जुटाना और कॉन्‍फ्रेंस की प्रक्रियाओं पर नजर रखना था। अमेरिकी डॉक्‍यूमेंट्स के मुताबिक कॉन्‍फ्रेंस में शामिल होते समय, विट ईरान की सरकार के नजरिए से प्रभावित हो गई थीं। इसके बाद साल 2008 में उन्‍होंने यूएस एयरफोर्स को छोड़ दिया और सेंट्रल एशिया में आ गईं। यहां पर कुछ दिनों तक अफगानिस्‍तान में वह इंग्लिश की टीचर रहीं और इसके बाद वह तजाकिस्‍तान चली गईं। एक वर्ष बाद मोनिका कहां गायब हो गईं, कोई नहीं जानता।

अचानक ईरान में आईं नजर

कहा जा रहा है कि साल 2013 में उन्‍हें ईरान में देखा गया था। यहां पर वह कई टीवी प्रोग्राम में नजर आईं और सूत्रों के मुताबिक उन्‍होंने मिडिल ईस्‍ट पर बनी अमेरिकी नीति को मानने से इनकार कर दिया। इसके अलावा उन्‍होंने सार्वजनिक तौर पर इस्‍लाम की शिया संप्रदाय को अपना लिया था। एफबीआई के मुताबिक ईरान पहुंचते ही विट ने सोशल मीडिया का प्रयोग करके यूएस एयरफोर्स में अपने साथियों के बारे में जानकारी हासिल करनी शुरू की। उन्‍होंने यह जानकारी ईरान की इंटेलीजेंस एजेंसियों को सौंपी। उनसे मिली जानकारियों के बाद वर्तमान और पूर्व अमेरिकी इंटेलीजेंस अधिकारियों को निशाना बनाने वाले कई ऑपरेशंस लॉन्‍च किए गए।

अमेरिका के कई राज ईरान के पास

वॉशिंगटन में हुई एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया गया कि एफबीआई, विदेश विभाग और वित्‍त विभाग के अधिकारियों ने विट और न्‍यू होराइजन ऑर्गनाइजेशन के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया है। इन पर अमेरिका की जासूसी करने का आरोप लगाया गयस है। इसके साथ ही ईरान की नेट पेगार्ड सामवाट कंपनी के अधिकारी पर भी आरोप तय किए गए हैं।