कोविड-19 वैक्सीन को लेकर सामने आई ये गलत सूचना, आप भी हो जाए सावधान

दरअसल, ये सूचना तो सच है, किंतु ये न्यूजपेपर की कटिंग अभी की नहीं। अंग्रेजी अखबार की कटिंग बहुत वर्ष पुरानी है, जिसे अभी की स्थिति से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। इस खबर को पूरी पढ़ने पर पता चलता है कि इसमें कोविड-19 की नहीं, बल्कि रुबेला वैक्सीन के बारे में बात की जा रही है।

ये उस वक्त का न्यूजपेपर है, जब कानपुर में रुबेला की वैक्सीन लगाने से कुछ बच्चों को बुखार, सिरदर्द जैसी समस्या सामने आई थीं। इसका कोरोना वैक्सीन से कोई संबंध नहीं है और यह पुरानी खबर है, जिसे अभी से नहीं जोड़ा जा सकता है। इसे फर्जी तरीके से शेयर किया जा रहा है। पीआईबी फैक्ट चेक ने भी वायरल ट्वीट की फोटो शेयर की है और इस दावे को भ्रामक व फर्जी बताया है।

इस न्यूजपेपर की हेडलाइन में लिखा है कि कानपुर में वैक्सीन देने के बाद 40 छात्रों को हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। इसमें अस्पताल की एक फोटो भी जिसमें भर्ती बच्चे दिखाई दे रहे हैं। इस अखबार की कटिंग को लेकर भ्रामक सूचना फैलाई जा रही है कि कोरोना संक्रमण की वैक्सीन लगवाने के बाद स्थिति खराब हो गई है।

इसी के अतंर्गत सोशल मीडिया पर एक न्यूज पेपर की कटिंग शेयर की जा रही है, जिसमें लिखा है कि कानपुर में वैक्सीन लगवाने के बाद 40 छात्रों को हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा है।

इस अखबार की फोटो को शेयर करते हुए लोग लिख रहे हैं कि भारत में कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों को हॉस्पिटल भेजना पड़ा। ऐसे में इस खबर की सत्यता की जांच करना आवश्यक है और पीआईबी फैक्ट चेक ने भी इसकी तहकीक की है और तहकीक में ये खबर फर्जी पाई गई है।

कोविड-19 संक्रमण की वैक्सीन लगना शुरू हो गई है और अब लोग जानना चाह रहे हैं कि किसी को वैक्सीन से साइड इफेक्ट तो नहीं है। साइड इफेक्ट को लेकर कई प्रकार की सूचना सामने आ रही है, जिसमें कई भ्रामक और फर्जी खबर भी शामिल है।