कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के डिप्टी डायरेक्टर ने की 135 लोगों के मौत की पुष्टि

कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के डिप्टी डायरेक्टर ने 135 लोगों के मौत की पुष्टि की है. वहीं, हमले में 440 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं. कोलंबो अस्पताल के मुताबिक हादसे में नौ विदेशी नागरिकों की मौत हो गई है. बीबीसी सिंहला सेवा के संवाददाता अज़्जाम अमीन के मुताबिक कोलंबो में 47 लोगों की मौत हुई है. कोलंबो जनरल अस्पताल ने भी इसकी पुष्टि की है.

इसके अलावा बट्टिकोला में 25 लोगों की मौत हुई है और पुलिस के मुताबिक नेगंबो में मरने वालों की संख्या कम से कम 50 हो सकती है.

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक़, तीन चर्चों और कोलंबो के तीन फ़ाइव स्टार होटलों में धमाके हुए हैं.

कोच्चादाई स्थित सेंट एंथोनी, बट्टिकोला और नेगोंबो चर्चों, जबकि कोलंबो में शांगरी ला स्टार, किंग्सबरी और सिनेमन ग्रांड होटलों में धमाके हुए हैं.

श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने कहा है कि धमाके की जांच सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं. उन्होंने लोगों से फ़ेक न्यूज़ पर विश्वास न करने की अपील की.

प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि सुरक्षा के मसले पर एक आपात बैठक बुलाई गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बम धमाकों की निंदा करते हुए ट्वीट किया है, “श्रीलंका में भयानक धमाकों की कड़ी निंदा करता हूं. इस तरह की बर्बरता कोई जगह नहीं है. भारत श्रीलंका के लोगों के साथ है. मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं.”

नौ विदेशी नागरिकों की मौत

धमाकों में कई विदेशी नागरिकों के मारे जाने और घायल होने की भी ख़बर है. कोलंबो अस्पताल ने 9 विदेशी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है.

ईस्टर संडे ईसाई कैलेडर में एक बड़ा पर्व होता है और इस मौके पर चर्चों में बड़े पैमाने पर प्रार्थनाएं आयोजित होती है.

सेंट एंथोनी और अन्य चर्चों में हज़ारों लोग ईस्टर की प्रार्थना के लिए एकत्रित हुए थे.

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी सिंहला को बताया कि धमाके के बाद उसने बहुत सारे शवों को एक के ऊपर एक बिखरे देखा.

श्रीलंका रेड क्रॉस ने ट्वीट कर कहा है कि सोशल मीडिया में रेड क्रॉस इमारत पर हमले की ख़बर प्रसारित की जा रही है, जो कि ग़लत सूचना है.

रेड क्रॉस ने लोगों से ग़लत सूचनाओं को प्रसारित करने से बचने की अपील की है.

घटना की निंदा

धमाके के बाद शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है. अब तक इस हमले की किसी ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है.

श्रीलंका के वित्त मंत्री मंगला समरवीरा ने ट्वीट किया है, “चर्चों और होटलों में ईस्टर संडे बम धमाकों में निर्दोष लोग मारे गए हैं और ऐसा लगता है कि हत्या, अफरा तफरी और अराजकता फैलाने के लिए इसे बहुत व्यस्थित तरीके से अंजाम दिया गया है.”

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति और विपक्षी नेता महिंदा राजपक्षे ने धमाकों की निंदा करते हुए इसे अमानवीय क़रार दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर हमले की नंदा की है, “श्रीलंका में हुए धमाकों ”

भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है, “मैं कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त से लगातार सम्पर्क में हूं. स्थितियों पर हम क़रीब से नज़र रखे हुए हैं.”

चश्मदीद की आंखों देखी

घटना के एक चश्मदीद रौशन ने बीबीसी तमिल को बताया, “मैं अपने घर में था तभी मुझे टायर फटने जैसी आवाज़ आई, मैं घर से बाहर निकला तो मैंने धुएं का बड़ा गुबार देखा.”

उन्होंने कहा, “हमने दो तीन ज़िंदा बचे लोगों को अस्पताल भेजा. मैं अंदर गया था, शायद वहां 100 लोगों की मौत हुई थी, वहां लोगों के अंगों के टुकड़ों पड़े हुए थे.”

श्रीलंका में जबसे गृहयुद्ध समाप्त हुआ है, छिटपुट हिंसा की घटनाएं होती रही हैं.

बहुसंख्यक सिंघला बौद्ध मस्जिदों और मुसलमानों की सम्पत्ति को निशाना बनाते रहे हैं. इसकी वजह मार्च 2018 में इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी थी.