कोरोना के टीके को लेकर केंद्र सरकार ने जारी किया ये बड़ा आदेश, करने को कहा मोबाइल से…

बैठक की अध्यक्षता कोविड-19 (Covid-19) का मुकाबला करने के लिए प्रौद्योगिकी एवं डेटा प्रबंधन पर उच्चाधिकार समूह के अध्यक्ष एवं कोरोना टीके से संबंधित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के सदस्य राम सेवक शर्मा ने की थी.

 

उन्होंने को-विन सॉफ्टवेयर और टीकाकरण अभ्यास के लिए प्रौद्योगिकी बैकअप के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मजबूत, भरोसेमंद तकनीक टीकाकरण अभियान के लिए आधार और बैक-अप दोनों का निर्माण करेगी.

एक बयान में शर्मा के हवाले से कहा गया-यह प्रक्रिया नागरिक केंद्रित होनी चाहिए और इस दृष्टिकोण से निर्मित होनी चाहिए कि टीका कभी भी और कहीं भी उपलब्ध हो.

उन्होंने गुणवत्ता से समझौता किए बिना लचीलेपन की आवश्यकता पर जोर दिया. शर्मा ने टीकाकरण संबंधी डेटा वास्तविक समय में हासिल करने के महत्व को रेखांकित किया.

उन्होंने यह भी कहा कि टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों को विशिष्ट रूप से पहचाना जाए. शर्मा ने आधार प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल पर राज्यों को सलाह दी कि वे लाभार्थियों से आग्रह करें कि वे पंजीकरण के लिए अपने वर्तमान मोबाइल नंबर को आधार के साथ जोड़ें जिससे बाद के संचार के लिए एसएमएस में सुविधा हो.

केंद्र ने रविवार (Sunday) को कहा कि कोरोना टीके की आपूर्ति की निगरानी के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफार्म को-विन होगा. यह टीकाकरण अभियान का आधार होगा और यह नागरिक केंद्रित होगा.

केंद्र ने राज्यों को कहा है कि वे लोगों के आधार नंबर को मोबाइल नंबर से लिंक करें ताकि टीकाकरण के लिए एसएमएस भेजने में सुविधा हो. भारत अपना टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू करेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इसे विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम बताया है. इसके तहत करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी.

कोविड-19 (Covid-19) टीकाकरण की देश में शुरुआत की तैयारी के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की जिसमें को-विन सॉफ्टवेयर के बारे में टीके के पूर्वाभ्यास के दौरान इसके उपयोग के जरिये एकत्रित जानकारी पर चर्चा की गई.